क्या छठ पर्व के लिए पूर्वी रेलवे ने विशेष तैयारी की है?

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क्या छठ पर्व के लिए पूर्वी रेलवे ने विशेष तैयारी की है?

सारांश

छठ पर्व के दौरान यात्रियों की यात्रा को सुगम बनाने के लिए पूर्वी रेलवे ने विशेष तैयारियाँ की हैं। 12,000 विशेष ट्रेन फेरे चलाए जाएंगे, जो पिछले वर्ष के मुकाबले एक नया रिकॉर्ड है। जानिए इस पर्व के लिए और क्या खास इंतजाम किए गए हैं।

Key Takeaways

  • छठ पर्व के लिए 12,000 विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी।
  • 1 लाख कर्मचारी तैनात किए गए हैं।
  • भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं।
  • यात्रियों को कतार बनाए रखने के लिए कहा गया है।
  • छठ पर्व बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, और मध्य प्रदेश में लोकप्रिय है।

कोलकाता, 22 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। छठ पर्व के अवसर पर यात्रियों की सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा सुनिश्चित करने के लिए पूर्वी रेलवे ने विशेष तैयारियाँ की हैं। इस साल भारतीय रेलवे ने त्योहारी सीजन में 12,000 से अधिक विशेष ट्रेन फेरे चलाने की योजना बनाई है, जो पिछले वर्ष के 7,724 फेरों की तुलना में एक नया कीर्तिमान है।

पूर्वी रेलवे अकेले 1,300 से ज्यादा त्योहार विशेष ट्रेन यात्राओं का संचालन कर रहा है, जिसमें 329 यात्राएं हावड़ा, सियालदह, कोलकाता, आसनसोल, भागलपुर, और मालदा टाउन जैसे प्रमुख स्टेशनों से शुरू होंगी। साथ ही, अन्य क्षेत्रीय रेलवे की 663 विशेष ट्रेन यात्राएं पूर्वी रेलवे के क्षेत्राधिकार में शुरू और समाप्त होंगी।

छठ पर्व, जो बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, और मध्य प्रदेश में खासतौर पर लोकप्रिय है, के लिए पूर्वी रेलवे ने अपनी तैयारियाँ तेज कर दी हैं। लगभग 1 लाख कर्मचारी ट्रेनों की निर्बाध आवाजाही और स्टेशनों पर भीड़ प्रबंधन के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। नियमित ट्रेनों में आरक्षित सीटों की लंबी प्रतीक्षा सूची को ध्यान में रखते हुए, पूर्वी रेलवे ने 21 से 27 अक्टूबर 2025 तक 176 फेरे की विशेष ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया है। ये ट्रेनें रक्सौल, मधुबनी, जयनगर, बरौनी, पटना, बक्सर, सहरसा, पूर्णिया कोर्ट, गोरखपुर, मऊ, बनारस, आनंद विहार टर्मिनल, दिल्ली, योग नगरी ऋषिकेश, लाल कुआं, कानपुर सेंट्रल, लखनऊ, और वडोदरा जैसे गंतव्यों को जोड़ेंगी।

इसके अलावा, भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कई अनारक्षित विशेष ट्रेनें शुरू की गई हैं। इनमें हावड़ा-रक्सौल, कोलकाता-मधुबनी, कोलकाता-गोरखपुर, आसनसोल-गोरखपुर, बर्द्धमान-फतुहा मेमू, साहिबगंज-भागलपुर मेमू, और भागलपुर-बांका डेमू शामिल हैं। भीड़ नियंत्रण के लिए हावड़ा, सियालदह, आसनसोल, जसीडीह, और भागलपुर जैसे स्टेशनों पर विशेष होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं, ताकि प्लेटफॉर्म पर भीड़ न हो।

रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और फील्ड स्टाफ यात्रियों के सुचारू चढ़ने-उतरने के लिए तैनात हैं। यात्रियों ने इन व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया है। पूर्वी रेलवे ने यात्रियों से कतार बनाए रखने, ज्वलनशील वस्तुएं न ले जाने, और वैध टिकट के साथ यात्रा करने की अपील की है।

Point of View

यह कहना उचित होगा कि छठ पर्व के दौरान पूर्वी रेलवे की विशेष तैयारियाँ दर्शाती हैं कि भारतीय रेलवे अपने यात्रियों की भलाई को लेकर कितनी गंभीर है। यह पहल न केवल भीड़ प्रबंधन में मदद करेगी, बल्कि यात्रियों को यात्रा के दौरान एक सुरक्षित अनुभव भी प्रदान करेगी।
NationPress
22/10/2025

Frequently Asked Questions

छठ पर्व के दौरान कितनी विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी?
इस वर्ष 12,000 से अधिक विशेष ट्रेन फेरे चलाए जाएंगे।
पूर्वी रेलवे ने कितने कर्मचारी तैनात किए हैं?
पूर्वी रेलवे ने करीब 1 लाख कर्मचारियों को तैनात किया है।
छठ पर्व किन राज्यों में लोकप्रिय है?
छठ पर्व बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, और मध्य प्रदेश में विशेष रूप से लोकप्रिय है।
भीड़ प्रबंधन के लिए क्या उपाय किए गए हैं?
भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं और अनारक्षित विशेष ट्रेनें भी शुरू की गई हैं।
यात्रियों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
यात्रियों को कतार बनाए रखने, ज्वलनशील वस्तुएं न ले जाने, और वैध टिकट के साथ यात्रा करने की अपील की गई है।