क्या छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है? 10 माओवादियों ने किया सरेंडर

Click to start listening
क्या छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है? 10 माओवादियों ने किया सरेंडर

सारांश

छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलवाद के खिलाफ एक बड़ी सफलता मिली है जब 10 माओवादी, जिनमें 6 महिलाएं भी शामिल हैं, ने सरेंडर किया। यह सरेंडर पुनर्वास नीति का परिणाम है, जो उन्हें मुख्यधारा में लौटने का अवसर प्रदान करती है।

Key Takeaways

  • 10 माओवादी ने सरेंडर किया है।
  • सरेंडर करने वालों पर 33 लाख रुपए का इनाम था।
  • मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ को नक्सलवाद मुक्त बनाने का संकल्प लिया है।
  • सरेंडर करने वाले माओवादी पुनर्वास नीति का लाभ उठा सकते हैं।
  • केंद्रीय गृह मंत्री का दौरा आगामी है।

रायपुर, 12 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सल विद्रोह के खिलाफ संघर्ष में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की गई है। दरभा डिवीजन के 10 माओवादी शुक्रवार को सुरक्षा बलों के सामने सरेंडर कर दिए। सरेंडर करने वाले इन माओवादियों पर कुल 33 लाख रुपए का इनाम था, जिसमें से एक माओवादी, मीडियम भीमा, पर अकेले 8 लाख रुपए का इनाम था।

इस समूह में शामिल छह महिलाओं ने एक एके-47, दो एसएलआर और एक बीजीएल (बैरल ग्रेनेड लॉन्चर) जैसे हथियार सौंपे, जो कि केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा दी गई पुनर्वास नीति को अपनाने का संकेत देता है। इस अवसर पर अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि रिहैबिलिटेशन पॉलिसी हिंसा छोड़ने वालों को इज्जत, रोजी-रोटी और समाज में पुनः शामिल होने की गारंटी देती है।

प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "नक्सलवाद मुक्त छत्तीसगढ़ का संकल्प अब तेजी से साकार हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सशक्त नेतृत्व और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में बस्तर आज ऐतिहासिक परिवर्तन का साक्षी बन रहा है।" सुकमा जिले में पुनर्वास कार्यक्रम के तहत दरबा डिवीजन कमेटी सहित विभिन्न नक्सली संगठनों के 10 माओवादी कैडरों ने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा का मार्ग चुना है।

सीएम ने कहा, "हिंसा के मार्ग में न वर्तमान सुरक्षित है, न भविष्य। छत्तीसगढ़ सरकार की विशेष पुनर्वास नीति आत्मसमर्पण करने वालों को सम्मान, सुरक्षा, आजीविका और समाज में पुनर्स्थापना की गारंटी देती है। वे अपने परिवारों के साथ स्थायी, सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन की नई शुरुआत कर सकते हैं।"

सीएम साय ने आगे कहा कि हमारा लक्ष्य स्पष्ट है: छत्तीसगढ़ को पूर्णत: नक्सलवाद मुक्त बनाना और बस्तर को विकास, विश्वास और अवसरों की नई पहचान देना है।

याद रहे कि हाल ही में बदनाम कमांडर हिडमा के खात्मे और लगातार सरेंडर के चलते सुरक्षा एजेंसियों को विश्वास है कि और माओवादी भी हथियार डालेंगे।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी अगले हफ्ते छत्तीसगढ़ आने वाले हैं। यह दौरा इन बढ़त को और पक्का करने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

Point of View

बल्कि पूरे देश के लिए एक सकारात्मक संकेत है कि हम सामूहिक रूप से आतंकवाद और हिंसा का सामना कर सकते हैं।
NationPress
12/12/2025

Frequently Asked Questions

छत्तीसगढ़ में कितने माओवादी ने सरेंडर किया?
छत्तीसगढ़ के सुकमा में 10 माओवादी ने सरेंडर किया।
सरेंडर करने वालों पर कितना इनाम था?
सरेंडर करने वाले माओवादियों पर कुल 33 लाख रुपए का इनाम था।
क्या सरेंडर करने वालों को पुनर्वास नीति का लाभ मिलता है?
हां, पुनर्वास नीति के तहत सरेंडर करने वालों को इज्जत, रोजी-रोटी और समाज में पुनर्स्थापना की गारंटी दी जाती है।
मुख्यमंत्री ने इस घटना पर क्या कहा?
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ को पूर्णत: नक्सलवाद मुक्त बनाना उनका लक्ष्य है।
केंद्रीय गृह मंत्री कब छत्तीसगढ़ आ रहे हैं?
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अगले हफ्ते छत्तीसगढ़ आने वाले हैं।
Nation Press