क्या छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्रियों के प्रभार में फेरबदल हुआ है?

सारांश
Key Takeaways
- मंत्रिमंडल में फेरबदल द्वारा कई मंत्रियों के प्रभार में बदलाव किया गया है।
- उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा को महत्वपूर्ण जिलों का प्रभार दिया गया है।
- नए मंत्रियों के जिम्मेदारियों में विकास कार्यों पर जोर दिया जाएगा।
- छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार के तहत 22 महीने का कार्यकाल पूरा हो चुका है।
- राजनांदगांव जिले की महत्वपूर्णता को सरकार ने माना है।
रायपुर, 19 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ सरकार ने मंत्रिमंडल में फेरबदल करते हुए कई मंत्रियों के जिला प्रभार में बदलाव किया है। इस बार तीन नए मंत्रियों को भी विभिन्न जिलों की जिम्मेदारी दी गई है।
सरकार के आदेश के अनुसार, विजय शर्मा को दुर्ग, बालोद, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी और बस्तर का प्रभारी मंत्री नियुक्त किया गया है। श्याम बिहारी जायसवाल अब बलौदाबाजार भाटापारा के प्रभारी मंत्री बन गए हैं।
मंत्री लक्ष्मी राजबाड़ी को बलरामपुर-रामानुजगंज जिले का प्रभारी मंत्री बनाया गया है। गजेंद्र यादव को राजनंदगांव, गुरु खुशवंत को सक्ती और राजेश अग्रवाल को गौरेला पेंड्रा मरवाही का प्रभारी मंत्री नियुक्त किया गया है।
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा को राज्य के प्रमुख जिलों का प्रभार दिया गया है। यह जिम्मेदारी उनके प्रशासनिक अनुभव और संगठनात्मक पकड़ को देखते हुए दी गई है। नए मंत्री गुरु खुशवंत को सक्ती जिले का प्रभारी मंत्री बनाया गया है, जो विकास कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
मंत्री राजेश अग्रवाल को गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले का प्रभारी मंत्री नियुक्त किया गया है, जो कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र है। यहां स्वास्थ्य, शिक्षा और सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं के विकास की जिम्मेदारी अब उनके कंधों पर है।
मंत्रिमंडल में तीन नए मंत्रियों को जगह देने के बाद प्रभारी मंत्रियों के जिले में बदलाव किया गया है।
छत्तीसगढ़ में पिछले 22 महीने से भाजपा की सरकार है, जिसमें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय हैं। कैबिनेट में शुरुआत में 10 मंत्री थे और हाल ही में तीन और विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी।