क्या छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में शिक्षक ने बच्चे को पेड़ से लटकाने की खौफनाक सजा दी?
सारांश
Key Takeaways
- छत्तीसगढ़ में एक शिक्षक द्वारा अमानवीय सजा दी गई।
- सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ और आक्रोश फैला।
- पुलिस ने मामले की गंभीरता से जांच शुरू की।
- स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई।
- बाल संरक्षण कानून का उल्लंघन हुआ।
सूरजपुर, 28 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में एक अमानवीय घटना सामने आई है, जिसने पूरे क्षेत्र में हलचल मचा दी है। यहां एक स्कूल में एक निर्दोष बच्चे को केवल इसलिए पेड़ से लटका दिया गया, क्योंकि उसने होमवर्क पूरा नहीं किया था। जैसे ही इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, लोगों में गहरा आक्रोश फैल गया। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार, यह घटना सोमवार को हुई। जब वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तो बच्चे के परिजनों और अन्य बच्चों के माता-पिता में भारी आक्रोश उत्पन्न हो गया। वीडियो में स्पष्ट रूप से दिख रहा था कि स्कूल प्रबंधन ने सात वर्षीय बच्चे को स्कूल परिसर में स्थित अमरूद के पेड़ पर रस्सी से लटका रखा था। यह बच्चा केजी-2 का छात्र है। इस मामले में लोगों ने प्रशासन और पुलिस से कड़ी कार्रवाई की मांग की।
शिकायत मिलने पर रामानुजनगर थाना प्रभारी निरीक्षक अलरिक लफड़ा ने तत्काल संज्ञान लिया और वीडियो की पुष्टि की। थाना प्रभारी ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो की जांच में यह स्पष्ट हुआ कि यह घटना एक स्कूल के अंदर हुई और यह कृत्य स्कूल प्रबंधन के ज्ञान में किया गया था। बच्चे को न केवल पेड़ से लटकाया गया, बल्कि उसके साथ दुर्व्यवहार और मानसिक प्रताड़ना भी की गई। यह सजा न केवल अमानवीय है, बल्कि कानूनी रूप से भी एक गंभीर अपराध है। बच्चे को इस तरह की सजा देना सीधे-सीधे बाल संरक्षण कानून का उल्लंघन है।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए स्कूल प्रबंधन के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है। एफआईआर दर्ज करने के बाद जांच शुरू कर दी गई है। घटना से जुड़े सभी लोगों से पूछताछ की जा रही है। वहीं, घटना के उजागर होने के बाद स्कूल प्रबंधन की मुश्किलें बढ़ गई हैं। स्थानीय लोगों और अभिभावकों ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।