क्या मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल और विवेक ओबेरॉय ने उमिया धाम मंदिर का दौरा किया?

सारांश
Key Takeaways
- उमिया धाम मंदिर की ऊंचाई 504 फुट है।
- यह मंदिर भारतीय संस्कृति का प्रतीक है।
- मुख्यमंत्री और विवेक ओबेरॉय ने इसका दौरा किया।
- उमिया विश्व फाउंडेशन और अडाणी कंक्रीट के सहयोग से निर्माण हो रहा है।
- मंदिर में पंचधातु का मिश्रण डाला गया है।
अहमदाबाद, 16 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जसपुर में विश्व का सबसे ऊंचा उमिया धाम मंदिर तेजी से बन रहा है। यह मंदिर मां उमिया को समर्पित 504 फुट ऊंचा है। मंगलवार को इसके निर्माण कार्यों का निरीक्षण करने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल और फिल्म अभिनेता विवेक ओबेरॉय पहुंचे। विवेक ओबेरॉय ने इस मौके पर कहा कि यह धाम बनने के बाद कई रिकॉर्ड स्थापित करेगा।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल ने पहले जसपुर में विश्व उमियाधाम के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया और इस संबंध में तस्वीरें अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा की। उन्होंने लिखा, "जसपुर स्थित विश्व उमियाधाम में जगतजननी मां उमिया का विश्व का सबसे ऊंचा मंदिर बन रहा है। 504 फीट ऊंचे इस भव्य मंदिर में 1151 धर्म स्तंभों पर 9 लाख घन फीट कंक्रीट की राफ्टिंग का कार्य प्रारंभ हो गया है। यह मंदिर निर्माण कार्य में एक ऐतिहासिक कदम है।" इस अवसर पर विश्व उमियाधाम के न्यासी, निष्ठावान कार्यकर्ता और सामाजिक नेता भी उपस्थित थे।
अभिनेता विवेक ओबेरॉय ने निर्माण कार्यों का निरीक्षण करने के बाद मीडिया से कहा, "विश्व के सबसे ऊंचे मंदिर का गोल्डन वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज होने जा रहा है। यह धाम बनने के बाद कई रिकॉर्ड बनाएगा। मेरे लिए ये धाम केवल एक इमारत नहीं है, बल्कि भारतीय संस्कृति की धरोहर है। यह हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए हमारे धर्म और सनातन संस्कृति का संरक्षण करेगा। यह हमारी सबसे बड़ी संपत्ति है, जिसे हम इन मंदिरों के रूप में सहेजते हैं।"
विवेक ओबेरॉय ने आगे कहा, "आज मुझे बहुत अच्छा लगा और मेरा जीवन धन्य हो गया। गुजरात की धरती में कुछ अलग ही सकारात्मक सोच आ जाती है।"
इसके अतिरिक्त, विवेक ओबेरॉय ने बताया कि वह अहमदाबाद में कल होने वाले मेगा ब्लड डोनेशन केंद्र में उपस्थित रहेंगे। उन्होंने लोगों से रक्तदान करने की अपील की।
यह धाम उमिया विश्व फाउंडेशन और अडाणी कंक्रीट के सहयोग से बन रहा है। इसके शिलान्यास के दौरान गर्भगृह से 10 फीट नीचे पंचधातु का 14 किलोग्राम मिश्रण—जिसमें सोना, चांदी, तांबा, जवाहरात और मोती शामिल हैं—शुद्धिकरण के लिए डाला गया था।
उमिया फाउंडेशन के अध्यक्ष आर. पी. पटेल ने बताया कि यह उमिया धाम विश्व का सबसे बड़ा और दिव्य मंदिर बनेगा। उनके अनुसार, माता का यह मंदिर विश्व में सनातन धर्म का प्रतीक है। मंदिर में जमीन से 51 फीट की ऊंचाई पर माताजी की प्रतिमा स्थापित की जाएगी, जबकि 270 फीट की ऊंचाई पर व्यूइंग गैलरी बनाई जाएगी।