क्या पहलगाम हमला अक्षम्य है? ऑपरेशन 'सिंदूर' ने आतंकी संगठनों की कमर तोड़ी: विहिप प्रवक्ता श्रीराज नायर

सारांश
Key Takeaways
- ऑपरेशन 'सिंदूर' ने जैश-ए-मोहम्मद की कमर तोड़ी।
- पहलगाम हमला पूरी देश के लिए चिंताजनक था।
- वक्फ बोर्ड का राष्ट्रीयकरण आवश्यक है।
- प्रधानमंत्री मोदी का नेतृत्व देश को नई दिशा दे रहा है।
- भारतीय सेना की साहसिक कार्रवाई ने सुरक्षा को मजबूती दी है।
नई दिल्ली, 16 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी ने यह स्वीकार किया है कि 7 मई को बहावलपुर में भारतीय सेना द्वारा किए गए हमले में मसूद अजहर का परिवार मारा गया। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीराज नायर ने भारतीय सेना की इस कार्रवाई की सराहना की है।
श्रीराज नायर ने बताया कि पहलगाम में पर्यटकों पर हुआ बर्बर हमला पूरे देश को हिला देने वाला था। पत्नी के सामने पति की हत्या जैसी घटना को अक्षम्य बताते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने इस पर ऑपरेशन 'सिन्दूर' से जवाब दिया है, जिसमें भारतीय सेना ने साहस दिखाते हुए मसूद अजहर के ठिकानों को नष्ट किया और पाकिस्तान के कई एयरबेस भी तबाह किए। जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकवादी संगठनों का यही हश्र होना चाहिए। भारतीय सेना की यह दृढ़ता राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक ऐतिहासिक कदम साबित हुई है।
इसके अलावा, श्रीराज नायर ने वक्फ बोर्ड (संशोधन) अधिनियम 2025 के कुछ प्रावधानों पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा लगाए गए प्रतिबंध पर भी अपनी राय दी। उन्होंने कहा कि न्यायालय के हर फैसले का सम्मान किया जाएगा, लेकिन वक्फ बोर्ड का स्वरूप हमेशा से विवादास्पद रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सेक्युलर पार्टियों ने मुस्लिम वोट बैंक के लिए वक्फ बोर्ड को बढ़ावा दिया, जिसका दुरुपयोग हुआ।
उन्होंने यह भी कहा कि वक्फ बोर्ड ने प्राचीन मंदिरों और गांवों की जमीनों पर कब्जा किया और प्रभावशाली लोगों ने गरीबों की संपत्ति हड़पी। वक्फ बोर्ड की विशाल संपत्ति का राष्ट्रीयकरण होना चाहिए, ताकि इसका उपयोग भारत और समाज के हित में हो सके।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन पर श्रीराज नायर ने उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि 2014 के बाद से पीएम मोदी ने देश को विकास और प्रगति की नई दिशा दी है। आज भारत हर क्षेत्र में मजबूत और आत्मनिर्भर बन रहा है। ईश्वर