क्या दिल्ली में सीएम भूपेंद्र पटेल ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात में 'विकसित गुजरात' के रोडमैप पर चर्चा की?
सारांश
Key Takeaways
- भूपेंद्र पटेल और नरेंद्र मोदी के बीच महत्वपूर्ण चर्चा हुई।
- 'विकसित गुजरात' के लिए मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।
- गुजरात में समग्र विकास की दिशा में टीम गुजरात की प्रतिबद्धता।
- केंद्र और राज्य सरकार के समन्वय पर जोर।
- भविष्य की योजनाओं की तैयारी।
नई दिल्ली, 19 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक महत्वपूर्ण मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने इसे बेहद उत्साहवर्धक और प्रेरणादायक बताया। उन्होंने इस संबंध में अपनी आधिकारिक एक्स पोस्ट के माध्यम से जानकारी दी।
बैठक के दौरान, हाल ही में गठित नई कैबिनेट के बाद गुजरात के समग्र विकास और जनकल्याण से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की गई।
मुख्यमंत्री ने बताया कि 'टीम गुजरात' राज्य के सर्वांगीण विकास और जनता के हित में पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। उनका लक्ष्य विकास को हर गांव और समाज के वर्ग तक पहुँचाना है, ताकि गुजरात सतत प्रगति की दिशा में आगे बढ़ता रहे।
इस अवसर पर, मुख्यमंत्री ने हाल ही में आयोजित 'चिंतन शिविर' का उल्लेख किया, जिसमें 'विकसित गुजरात' के निर्माण पर गहन मंथन किया गया। साथ ही, विकासोन्मुखी योजनाओं और नीतियों पर विचार-विमर्श किया गया।
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को बताया कि इस बैठक में 'विकसित गुजरात' के लक्ष्य को साकार करने के लिए महत्वपूर्ण मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। पीएम मोदी ने राज्य के विकास से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर अपने अनुभव साझा किए और भविष्य की योजनाओं को प्रभावी बनाने के लिए सुझाव दिए।
भूपेंद्र पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री का मार्गदर्शन राज्य सरकार के लिए ऊर्जा और प्रेरणा का स्रोत है, जिससे 'टीम गुजरात' के विकास कार्यों को और गति मिलेगी। उन्होंने विश्वास जताया कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में गुजरात विकास, नवाचार और जनकल्याण में नए मानक स्थापित करेगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के बेहतर समन्वय से गुजरात को 'विकसित भारत' की दिशा में अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित किया जाएगा।