क्या पीआरडी स्थापना दिवस पर सीएम धामी ने प्रशिक्षण के लिए विशिष्ट संस्थान की घोषणा की?
सारांश
Key Takeaways
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पीआरडी जवानों के लिए विशेष प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना की घोषणा की है।
- दिवंगत जवानों के परिवारों को आर्थिक सहायता मिल रही है।
- उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले जवानों के बच्चों को छात्रवृत्ति दी जाएगी।
- प्राकृतिक आपदाओं में पीआरडी का योगदान महत्वपूर्ण है।
- सेवानिवृत्त जवानों को 18 लाख रुपए का सेवा-भत्ता दिया जाएगा।
देहरादून, 11 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रांतीय रक्षक दल के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में गुरुवार को उत्तराखंड के देहरादून में आयोजित रैतिक परेड में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने पीआरडी जवानों के लिए एक विशेष प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना सहित कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रांतीय रक्षक दल के जवानों द्वारा प्रस्तुत रैतिक परेड में साहस, समर्पण और उत्कृष्टता की अद्भुत झलक देखने को मिली। यह मेरे लिए एक बड़ी खुशी की बात है कि मैं स्थापना दिवस के इस अवसर पर समर्पित जवानों के बीच उपस्थित हूं।
उन्होंने बताया कि विभिन्न परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले पीआरडी जवानों के मेधावी बच्चों को छात्रवृत्ति दी जाएगी। साथ ही दिवंगत पीआरडी जवानों के परिवारों को आर्थिक सहायता भी दी जाएगी। आप सभी ने धैर्य, समर्पण और अडिग इच्छाशक्ति के साथ प्रदेश में सामाजिक सुरक्षा और जनसेवा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं के समय तत्परता से कार्य करते हुए तथा विभिन्न चुनौतियों में जन-जन की सुरक्षा सुनिश्चित करने में पीआरडी जवानों का योगदान बेहद महत्वपूर्ण रहा है। चारधाम यात्रा के दौरान आपने जिस धैर्य और संवेदनशीलता के साथ श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की, वह अत्यंत प्रशंसनीय है। इसके लिए मैं आप सभी का दिल से धन्यवाद करता हूं।
उन्होंने बताया कि हमारी सरकार ने पीआरडी जवानों के कल्याण और उनके हितों की रक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। 10 वर्षों की सेवा पूर्ण करने के बाद सेवानिवृत्त हुए पीआरडी जवानों को 18 लाख रुपए का एकमुश्त सेवा-भत्ता प्रदान किया जाएगा। पीआरडी जवान यातायात व्यवस्था, प्रशासन और सुरक्षा सहित कई कार्यों को कुशलता और निष्ठा के साथ निभा रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि पीआरडी जवानों के लिए एक विशेष प्रशिक्षण संस्थान स्थापित किया जाएगा। यदि ड्यूटी के दौरान किसी जवान को अस्पताल में भर्ती होना पड़े, तो उसे ड्यूटी पर ही माना जाएगा और उपचार अवधि के दौरान अधिकतम 6 माह तक मानदेय दिया जाएगा।
इससे पहले उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "सामाजिक सुरक्षा, आपदा प्रबंधन और यातायात व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सभी पीआरडी जवानों को प्रांतीय रक्षक दल के स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। आपकी जनसेवा और अनुशासन प्रदेश की सुरक्षा को मजबूत बनाते हैं।"