क्या सीएम देवेंद्र फडणवीस ने सोलापुर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और किसानों को मदद का भरोसा दिलाया?

सारांश
Key Takeaways
- मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया।
- २,००० करोड़ रुपये की सहायता राशि जारी की गई।
- किसानों की सहायता प्राथमिकता पर होगी।
- एनडीआरएफ ने २२ लोगों को सुरक्षित निकाला।
- दिवाली से पहले राहत पहुंचाना प्राथमिकता।
सोलापुर, २४ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को सोलापुर जिले के बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और स्थानीय निवासियों को राहत का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार नागरिक-केंद्रित सहायता प्रदान करेगी और किसी भी प्रकार की अतिरिक्त शर्तों को लागू करके पीड़ितों की सहायता में बाधा नहीं डाली जाएगी।
मीडिया से बातचीत में सीएम फडणवीस ने कहा कि उन्होंने कुछ गांवों का दौरा किया है, जहाँ भारी नुकसान हुआ है। बाढ़ के कारण कई इलाके पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं और कई बस्तियाँ प्रभावित हुई हैं।
मुख्यमंत्री ने एनडीआरएफ टीम की सराहना करते हुए कहा कि २२ लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है और बचाव अभियान सुचारू रूप से चलाया जा रहा है। राज्य सरकार ने तुरंत राहत कार्य आरंभ कर दिया है और इसके लिए २,००० करोड़ रुपये की राशि जारी की गई है।
फडणवीस ने आश्वासन दिया कि किसानों की मदद प्राथमिकता के आधार पर की जाएगी और जिन लोगों को नुकसान हुआ है, उनकी भी सहायता सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि सहायता के लिए मानदंड निर्धारित किए जाएंगे, लेकिन नियमों को अधिक कठोर बनाकर किसी को राहत से वंचित नहीं किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिवाली से पहले सभी प्रभावितों को मदद पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सूखा और बाढ़ जैसी आपदाओं में किसानों और आम नागरिकों दोनों की सहायता अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से राहत कार्य पहले से शुरू है और केंद्र सरकार भी पीड़ितों की मदद करेगी। केंद्रीय सरकार ने एनडीआरएफ को अग्रिम राशि प्रदान की है ताकि राहत और बचाव कार्य तेजी से किया जा सके।
फडणवीस ने कहा कि राज्य सरकार उन लोगों की भी मदद करेगी जो मानदंडों के अनुसार सीधे सहायता के पात्र नहीं हैं। उन्होंने बताया कि जलग्रहण क्षेत्र के बाहर भी काफी बारिश हुई है, जिससे नुकसान बढ़ गया है। विशेष रूप से किसानों की ज़मीन पर कटाव हुआ है, और उन किसानों की सहायता भी प्राथमिकता के आधार पर की जाएगी।