क्या आईएसबीटी में गंदगी देख सीएम रेखा गुप्ता को गुस्सा आया? कर्मचारियों से किया नए ऑफिस का वादा

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क्या आईएसबीटी में गंदगी देख सीएम रेखा गुप्ता को गुस्सा आया? कर्मचारियों से किया नए ऑफिस का वादा

सारांश

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कश्मीरी गेट आईएसबीटी में गंदगी देखकर गुस्सा जताया और कर्मचारियों के लिए नए ऑफिस का वादा किया। अभियान की शुरुआत करते हुए उन्होंने स्वच्छता की आवश्यकता पर जोर दिया। जानें इस महत्वपूर्ण पहल के बारे में और क्या बदलाव लाएगी सरकार।

Key Takeaways

  • सीएम रेखा गुप्ता का गुस्सा गंदगी के कारण था।
  • 'कूड़े से आजादी अभियान' की शुरुआत की गई।
  • नए सचिवालय का निर्माण किया जाएगा।
  • सरकार कर्मचारियों के लिए बेहतर वर्कस्टेशन तैयार करेगी।
  • स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रयास।

नई दिल्ली, 1 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कश्मीरी गेट आईएसबीटी से 'कूड़े से आजादी अभियान' की औपचारिक शुरुआत की। यह अभियान अगले एक महीने तक दिल्ली भर में चलाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने स्वयं परिसर में झाड़ू लगाकर इस अभियान में भाग लिया और लोगों को साफ-सफाई के प्रति जागरूक करने का संदेश दिया। इस अवसर पर उन्होंने आईएसबीटी के कार्यालय की स्थिति का भी निरीक्षण किया।

मुख्यमंत्री ने साफ-सफाई और वहाँ मौजूद सुविधाओं पर नाराजगी जताते हुए कहा कि अधिकारी जिस स्थिति में काम कर रहे हैं, वह अत्यंत चिंताजनक है।

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने गुस्से में कहा, “अगर हमारे अधिकारी ऐसी परिस्थितियों में काम करेंगे, तो इसका किसी को क्या लाभ होगा? यहाँ से पानी टपक रहा है और वहाँ एक अधिकारी की कुर्सी रखी है। यह एक शिक्षित सरकार का राज्य है, लेकिन यहाँ ऐसा फर्नीचर और कार्य का माहौल है, जहाँ लोगों से बेहतर काम की उम्मीद की जाती है। क्या हमने इन अधिकारियों को जान गंवाने के लिए रखा है?”

उन्होंने कहा कि उन्हें दुख है कि ऐसी आवश्यक सरकारी कमेटी को इस स्थिति में कार्य करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि पिछली सरकारें केवल अपने लिए ऐशो-आराम के महल बनाती रहीं, लेकिन कर्मचारियों के लिए बुनियादी सुविधाएं भी नहीं दी गईं।

मुख्यमंत्री ने इस दौरान एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि अब सरकार दिल्ली के सभी विभागों के लिए एक नया सचिवालय स्थापित करेगी, ताकि सभी सरकारी कार्य एक ही स्थान से संचालित किए जा सकें। रेखा गुप्ता ने कहा, "हम अपने सभी विभागों के लिए नया कार्यालय बनाएंगे, अच्छे वर्कस्टेशन देंगे, ताकि अधिकारी अच्छा काम कर सकें। हम एक ऐसा आधुनिक सचिवालय बनाएंगे, जहाँ पर हर विभाग को उचित स्थान मिले और कर्मचारी बेहतर माहौल में काम कर सकें। आज से ही हम इसकी प्रक्रिया शुरू कर रहे हैं। जगह की तलाश की जाएगी कि कहाँ यह नया सचिवालय बनाया जा सके।"

उन्होंने यह भी कहा कि मैं अपने कर्मचारियों को ऐसी बुरी स्थिति में छोड़कर नहीं बैठ सकती। अब बदलाव का समय है और राजधानी दिल्ली को कूड़े से भी आज़ादी दिलाने का समय है। आने वाले दिनों में सरकार न केवल सफाई पर ध्यान देगी बल्कि कर्मचारियों को सम्मानजनक और सुरक्षित कार्यस्थल भी प्रदान करेगी।

सीएम रेखा गुप्ता ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, "बड़े बदलाव की शुरुआत हमेशा अपने घर से ही करनी होती है और हमने यही किया है। महिला एवं बाल विकास विभाग से दिल्ली को कूड़े से मुक्त अभियान की विधिवत शुरुआत की गई है।"

Point of View

बल्कि यह भी दिखाता है कि सरकार कर्मचारियों के लिए बेहतर कार्यस्थल का निर्माण करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह पहल निश्चित रूप से दिल्ली की विकास यात्रा में एक नया अध्याय जोड़ सकती है।
NationPress
02/08/2025

Frequently Asked Questions

कब शुरू हुआ 'कूड़े से आजादी अभियान'?
यह अभियान 1 अगस्त को कश्मीरी गेट आईएसबीटी से शुरू हुआ।
मुख्यमंत्री ने सफाई के लिए क्या किया?
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने स्वयं झाड़ू लगाकर सफाई अभियान में भाग लिया।
नए सचिवालय के निर्माण का उद्देश्य क्या है?
नए सचिवालय का उद्देश्य सभी सरकारी कार्यों को एक ही स्थान से संचालित करना है।
मुख्यमंत्री ने पूर्व सरकारों पर क्या आरोप लगाया?
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व सरकारें केवल अपने लिए सुविधाएं बनाती रहीं, कर्मचारियों के लिए नहीं।
क्या बदलाव की उम्मीद है?
सरकार न केवल सफाई पर ध्यान देगी, बल्कि कर्मचारियों के लिए बेहतर कार्यस्थल भी सुनिश्चित करेगी।