क्या सीएम रेवंत रेड्डी ने अश्विनी वैष्णव से मुलाकात कर केंद्रीय परियोजनाओं की मंजूरी मांगी?

सारांश
Key Takeaways
- मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने केंद्रीय मंत्री से सेमीकंडक्टर परियोजनाओं की मंजूरी मांगी।
- रेलवे परियोजनाओं को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली।
- इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण पार्क की स्थापना का आग्रह किया गया।
- क्षेत्रीय रिंग रेल परियोजना से ग्रामीण गरीबी कम होगी।
- नई रेलवे लाइनों की आवश्यकता पर बल दिया गया।
नई दिल्ली, 17 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने राज्य के आईटी मंत्री डी. श्रीधर बाबू और सिंचाई मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी के साथ गुरुवार को रेल भवन में केंद्रीय आईटी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की।
सीएम रेवंत रेड्डी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से तेलंगाना राज्य में सेमीकंडक्टर परियोजनाओं को शीघ्र मंजूरी देने का अनुरोध किया है।
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव से प्रस्तावित एडवांस्ड सिस्टम इन पैकेज टेक्नोलॉजीज (एएसआईपी) परियोजना और माइक्रो एलईडी डिस्प्ले फैब प्रोजेक्ट क्रिस्टल मैट्रिक्स को भी मंजूरी देने की अपील की, क्योंकि तेलंगाना पहले से ही विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे, नवाचारों के लिए अनुकूल वातावरण और अत्याधुनिक अनुसंधान एवं विकास केंद्रों से सुसज्जित है।
मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव से ईएमसी 2.0 योजना के तहत रंगारेड्डी जिले के मुचेरला में एक उच्च तकनीक वाले इलेक्ट्रॉनिक्स पार्क की स्थापना का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने अश्विनी वैष्णव से क्षेत्रीय रिंग रोड (आरआरआर) के समीप एक नया इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण पार्क स्थापित करने का अनुरोध किया, जिस पर केंद्रीय मंत्री ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी।
सीएम रेवंत रेड्डी ने तेलंगाना में रेलवे संपर्क बढ़ाने के लिए नई परियोजनाओं को मंजूरी देने का आग्रह किया। उन्होंने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से अनुरोध करते हुए कहा कि हैदराबाद क्षेत्रीय रिंग रोड के समानांतर एक क्षेत्रीय रिंग रेल परियोजना प्रस्तावित है। रेलवे बोर्ड ने स्थान सर्वेक्षण के लिए पहले ही अनुमति दे दी है, इसलिए 8,000 करोड़ रुपए की क्षेत्रीय रिंग रेल परियोजना को मंजूरी मिलनी चाहिए।
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव को क्षेत्रीय रिंग रेल के लाभों के बारे में जानकारी दी, जिससे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच संपर्क बढ़ेगा और हैदराबाद शहर के प्रमुख स्टेशनों पर यातायात की भीड़ कम होगी। क्षेत्रीय रिंग रेल परियोजना ग्रामीण गरीबी को भी कम करेगी और शहरी क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों में सुधार करेगी।
सीएम रेवंत रेड्डी ने केंद्रीय मंत्री के समक्ष हैदराबाद ड्राई पोर्ट को मछलीपट्टनम बंदरगाह से जोड़ने वाली एक रेलवे लाइन की मंजूरी की मांग रखी। इस मार्ग से दवाओं, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और खाद्य प्रसंस्करण उत्पादों के निर्यात में मदद मिलेगी। उन्होंने यात्रियों को सुरक्षित सेवाएं प्रदान करने के लिए काजीपेट रेलवे डिवीजन की स्थापना का अनुरोध किया।
साथ ही उन्होंने तेलंगाना में पिछड़े क्षेत्रों के विकास और विभिन्न क्षेत्रों, मुख्य रूप से औद्योगिक और कृषि निर्यात और आयात की कनेक्टिविटी के लिए, नई रेलवे लाइनों को मंजूरी देने का भी आग्रह किया।
सीएम रेवंत रेड्डी ने केंद्रीय मंत्री से तमाम रेलवे लाइन के हिस्से के रूप में विकाराबाद-कृष्णा (122 किमी- अनुमानित लागत 2,677 करोड़ रुपए), कलवाकुर्ती-मचेरला (100 किमी- अनुमानित लागत 2,000 करोड़ रुपए), दोर्नाकल-गदवाला (296 किमी- अनुमानित लागत 6,512 करोड़ रुपए), दोर्नाकल-मिर्यालगुडा (97 किमी- अनुमानित लागत 2,184 करोड़ रुपए) मार्गों को मंजूरी देने और रेलवे द्वारा नई परियोजनाओं की पूरी लागत वहन करने का अनुरोध किया।