क्या जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दिया?

सारांश
Key Takeaways
- जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दिया।
- उन्होंने राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा प्रेषित किया।
- उनके इस्तीफे ने भारतीय राजनीति में हलचल मचाई है।
- प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद के प्रति उनकी कृतज्ञता।
- भारत की आर्थिक प्रगति का जिक्र किया।
नई दिल्ली, 21 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। जगदीप धनखड़ ने सोमवार को उपराष्ट्रपति के पद से अपना इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपने इस्तीफे का कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बताया। इस इस्तीफे को उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को प्रेषित किया है।
जगदीप धनखड़ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर अपने इस्तीफे का पत्र साझा करते हुए लिखा, "आदरणीय राष्ट्रपति जी, स्वास्थ्य सेवा को प्राथमिकता देने और चिकित्सीय सलाह का पालन करने के लिए मैं संविधान के अनुच्छेद 67(ए) के अनुसार तत्काल प्रभाव से भारत के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देता हूं। मैं भारत की राष्ट्रपति के प्रति उनके अटूट समर्थन और मेरे कार्यकाल के दौरान हमारे बीच बने सुखद एवं अद्भुत कार्य संबंधों के लिए अपनी हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त करता हूं।"
उन्होंने आगे कहा कि मैं प्रधानमंत्री और सम्मानित मंत्रिपरिषद के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त करता हूं। प्रधानमंत्री का सहयोग और समर्थन अमूल्य रहा है, और मैंने अपने कार्यकाल के दौरान बहुत कुछ सीखा है। संसद के सभी सदस्यों से मुझे जो गर्मजोशी, विश्वास और स्नेह मिला है, वह हमेशा मेरी स्मृति में रहेगा। मैं हमारे महान लोकतंत्र में उपराष्ट्रपति के रूप में प्राप्त अमूल्य अनुभवों और अंतर्दृष्टि के लिए तहे दिल से आभारी हूं।
जगदीप धनखड़ ने आगे कहा कि इस महत्वपूर्ण अवधि में भारत की उल्लेखनीय आर्थिक प्रगति एवं अभूतपूर्व विकास को देखना और उसमें भाग लेना मेरे लिए सौभाग्य एवं संतोष की बात रही है। हमारे राष्ट्र के इतिहास के इस परिवर्तनकारी युग में सेवा करना मेरे लिए एक सच्चा सम्मान है। इस प्रतिष्ठित पद से विदा लेते हुए मैं भारत के वैश्विक उत्थान और अभूतपूर्व उपलब्धियों पर गर्व महसूस कर रहा हूं और इसके उज्ज्वल भविष्य में अटूट विश्वास रखता हूं।