क्या सरकार को धनखड़ के इस्तीफे पर तुरंत स्पष्टीकरण देना चाहिए?: अशोक गहलोत

सारांश
Key Takeaways
- जगदीप धनखड़ का इस्तीफा सियासी हलचल का कारण बना है।
- गहलोत ने सरकार को स्पष्टीकरण देने की मांग की है।
- स्वास्थ्य के कारण इस्तीफे पर सवाल उठ रहे हैं।
जयपुर, 22 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। उपराष्ट्रपति पद से जगदीप धनखड़ का इस्तीफा देते ही सियासी हलचल तेज हो गई है। धनखड़ ने सोमवार को स्वास्थ्य का हवाला देकर इस्तीफा दिया, जिसे राष्ट्रपति ने मंजूर कर लिया। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने कहा कि धनखड़ के इस्तीफे पर सरकार को तुरंत स्पष्टीकरण देना चाहिए।
गहलोत ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत के दौरान कहा कि धनखड़ ने पूरे देश को चौंका दिया है, क्योंकि आज तक किसी भी उपराष्ट्रपति का इस्तीफा नहीं हुआ है। उनका स्वास्थ्य संबंधित मुद्दा नहीं लगता, क्यूंकि प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति बनने के बाद अगर स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होती है तो बेहतर चिकित्सा का लाभ मिलता है।
उन्होंने कहा कि जहां तक मैं देख सकता हूं, जगदीप धनखड़ का स्वास्थ्य ठीक प्रतीत होता है। जयपुर में मैंने उनसे कहा था कि आप उपराष्ट्रपति और सभापति दोनों पदों को देख रहे हैं, और आप दबाव में काम कर रहे हैं। इस पर उन्होंने कहा कि वे किसी दबाव में नहीं हैं और उनका स्वास्थ्य ठीक है। उनके इस्तीफे का कारण स्वास्थ्य नहीं हो सकता, इसकी जानकारी केवल पीएम मोदी और मोहन भागवत को ही है। हाल ही में उन्होंने कहा था कि वे अगस्त 2027 में सेवानिवृत्त होंगे और अचानक इस्तीफा देने की बात सामने आती है।
उन्होंने कहा कि मैं सरकार से मांग करूंगा कि देशवासियों को उलझन में न रखें और वास्तविकता सबके सामने बताएं। इस्तीफे पर सरकार को तत्काल स्पष्टीकरण देना चाहिए।
धनखड़ के न्यायपालिका और किसान आंदोलन पर दिए बयान पर गहलोत ने कहा कि किसान हित की बात वे संसद के अंदर और बाहर किया करते थे।
उन्होंने कहा कि जगदीप धनखड़ को 75 वर्ष होने में अभी एक साल का समय था। गहलोत ने इसके पीछे बड़े रहस्य होने की बात कही।