क्या धनखड़ ने उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया?

सारांश
Key Takeaways
- जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों से उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दिया है।
- उनके इस्तीफे से राजनीतिक हलचल मच गई है।
- कांग्रेस ने इस पर सवाल उठाए हैं।
- क्या नए उपराष्ट्रपति का चयन जल्द होगा?
- यह इस्तीफा आगामी राजनीतिक घटनाक्रम को प्रभावित कर सकता है।
नई दिल्ली, 21 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का उल्लेख करते हुए उपराष्ट्रपति पद से सोमवार को इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे के बाद से राजनीतिक बयानबाजी का दौर तेज हो गया है।
कांग्रेस के सांसद इमरान मसूद ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में धनखड़ के इस्तीफे पर आश्चर्य व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "आज सदन में जगदीप धनखड़ पूरी तरह स्वस्थ थे। सदन की कार्यवाही के दौरान हंगामे के समय भी वे स्वस्थ बैठे थे। अचानक ऐसा क्या हुआ? यदि स्वास्थ्य कारण हैं, तो हम उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हैं, लेकिन क्या यह केवल स्वास्थ्य के कारण है, यह मुझे समझ में नहीं आ रहा।"
कांग्रेस सांसद दानिश अली ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का अचानक इस्तीफा, आरएसएस की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक स्पष्ट संकेत है। क्या धनखड़ के इस्तीफे के बाद योगी आदित्यनाथ को उपराष्ट्रपति बनाने की योजना बनाई जा रही है?"
शिवसेना (यूबीटी) के प्रवक्ता आनंद दुबे ने वीडियो जारी करते हुए कहा, "हम उनके स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करेंगे। वह उपराष्ट्रपति रहें या नहीं, लेकिन हमें उनकी दीर्घायु की कामना है। उनका इस्तीफा एक बड़ा सवाल खड़ा करता है, क्योंकि वे एक संवैधानिक पद पर हैं। मानसून सत्र के पहले दिन उनका इस्तीफा देना संदिग्ध है।"
उन्होंने कहा, "सरकार में क्या चल रहा है? जब भी कुछ बड़ा होने वाला होता है, बिना किसी चर्चा के फैसले ले लिए जाते हैं। जगदीप धनखड़ का इस्तीफा सत्र के चार दिन पहले या बहुत समय पहले भी दिया जा सकता था। इस समय क्या हो रहा है, यह स्पष्ट नहीं है। अब नए उपराष्ट्रपति के चयन में समय लगेगा। पूरा विपक्ष 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा करना चाहता था, लेकिन इस बीच उनका इस्तीफा आ गया।"