क्या तमिलनाडु के सीएम स्टालिन ने इंडिया ब्लॉक के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बी सुदर्शन को बधाई दी?

सारांश
Key Takeaways
- बी. सुदर्शन रेड्डी का उपराष्ट्रपति पद के लिए नामांकन
- मुख्यमंत्री स्टालिन का बधाई संदेश
- संविधान और लोकतंत्र की रक्षा की आवश्यकता
- केंद्र सरकार की नीतियों पर आलोचना
- राज्य और केंद्र के बीच संबंधों में तनाव
चेन्नई, 19 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। इंडिया ब्लॉक की हालिया बैठक में उपराष्ट्रपति पद के लिए बी. सुदर्शन रेड्डी का नामांकन किया गया है। इस उपलब्धि पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने उन्हें बधाई दी।
मुख्यमंत्री स्टालिन ने सोशल मीडिया पर अपनी शुभकामनाएं देते हुए लिखा, ''मैं बी. सुदर्शन रेड्डी को विपक्षी इंडिया ब्लॉक द्वारा उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में चुने जाने पर दिल से बधाई देता हूं।''
उन्होंने कहा कि रेड्डी ने एक ईमानदार, स्वतंत्र और सामाजिक न्याय के सिद्धांतों के प्रति समर्पित न्यायविद के रूप में अपने कार्यकाल में संवैधानिक मूल्यों को बनाए रखा है। जब हमारी संस्थाएं दबाव में हैं, तब उनकी उम्मीदवारी लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के हमारे सामूहिक संकल्प को मजबूती देती है।
स्टालिन ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भारतीय लोकतंत्र की रक्षा के लिए बनी सभी स्वतंत्र संस्थाएं अब सत्तारूढ़ दल की सहायक बन गई हैं और संविधान संकट में है। ऐसी स्थिति में, हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम केवल उन्हीं का समर्थन करें जो भारत के धर्मनिरपेक्षता, संघवाद, सामाजिक न्याय और विविधता में एकता के मूल आदर्शों में विश्वास रखते हों।
उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार तमिलनाडु के साथ लगातार अन्याय कर रही है। नीट से छूट, कीझाड़ी की प्राचीनता को मान्यता, धन हस्तांतरण में निष्पक्षता जैसे जायज मुद्दों को मानने से इनकार किया जा रहा है। यह राज्यपालों के माध्यम से एक समानांतर सरकार चला रही है और राज्य सरकारों के कार्य में बाधा डालने का प्रयास कर रही है, साथ ही उच्च शिक्षा संस्थानों को कमजोर करने में भी लगी है।
स्टालिन ने आगे कहा कि सुदर्शन रेड्डी एक ऐसे नेता हैं जो संसद में रचनात्मक बहस को प्रोत्साहित कर सकते हैं, विपक्ष की आवाज को उचित स्थान देते हुए सदन का संचालन कर सकते हैं और एक सच्चे लोकतंत्रवादी हैं जो संविधान और संघवाद, बहुलवाद, सामाजिक न्याय और भाषाई अधिकारों के सिद्धांतों में विश्वास रखते हैं।