क्या सीएम योगी ने हेलिकॉप्टर से जेवर एयरपोर्ट का निरीक्षण किया?
सारांश
Key Takeaways
- नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की प्रगति महत्वपूर्ण है।
- मुख्यमंत्री ने सभी कार्य समय पर पूरा करने का निर्देश दिया।
- यह एयरपोर्ट प्रदेश की आर्थिक प्रगति का केंद्र बनेगा।
- एयरपोर्ट में आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
- यह निवेश और रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा।
नोएडा, २५ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को देश के सबसे बड़े नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर एयरपोर्ट) का हवाई सर्वेक्षण किया। इस मौके पर उन्होंने हेलिकॉप्टर से एयरस्ट्रिप, टर्मिनल बिल्डिंग, पार्किंग क्षेत्र और एयरपोर्ट कनेक्टिविटी के कार्यों की प्रगति का जायजा लिया।
सीएम योगी ने मौके पर उपस्थित एयरपोर्ट अथॉरिटी और निर्माण एजेंसियों के अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रोजेक्ट की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिया कि एयरपोर्ट के शुभारंभ से पहले सभी कार्य निर्धारित समय सीमा में पूरे कर लिए जाएं।
उन्होंने कहा, “नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश की आर्थिक प्रगति, औद्योगिक विस्तार और रोजगार सृजन का केंद्र बनेगा। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत और आत्मनिर्भर भारत के विजन को साकार करने की दिशा में ऐतिहासिक कदम है।”
बताया गया है कि एविएशन मंत्री ने एयरपोर्ट उद्घाटन की संभावित नई तारीख ३० अक्टूबर तय की है। हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपलब्धता को देखते हुए यह तारीख आगे बढ़ सकती है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने हवाई सर्वेक्षण के बाद टर्मिनल और अन्य निर्माण स्थलों का निरीक्षण किया। इस दौरान जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह और मंत्री बृजेश सिंह भी मौजूद रहे। बैठक में सीएम को एयरपोर्ट की प्रगति रिपोर्ट और भविष्य की योजनाओं पर प्रस्तुति दी गई।
उन्होंने यात्री सेवाओं, सुरक्षा, यातायात प्रबंधन और आधारभूत संरचनाओं से जुड़ी तैयारियों की समीक्षा की। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट में ५ रनवे बनाए जा रहे हैं, जबकि भविष्य में छठा रनवे जोड़ने की भी योजना है। रनवे के लिहाज से यह एयरपोर्ट एशिया का सबसे बड़ा और दुनिया का छठा सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा। एयरपोर्ट को पूरी तरह पेपरलेस और हाई-टेक बनाया जा रहा है। यात्रियों को टिकट से लेकर चेक-इन तक की सभी सुविधाएं मोबाइल ऐप से मिलेंगी। टर्मिनल में २४० कमरों का होटल, वर्ल्ड क्लास लाउंज, स्पा, कॉकटेल बार और इंटरैक्टिव फूड स्टेशंस की व्यवस्था की गई है। यहां स्थानीय से लेकर अंतरराष्ट्रीय ब्रांड तक के शॉपिंग जोन भी बनाए गए हैं।
इसके साथ ही एयरपोर्ट पर ८० एकड़ में मल्टी-मॉडल कार्गो हब बनाया जा रहा है, जिससे उत्तर प्रदेश और एनसीआर क्षेत्र को बड़ा आर्थिक लाभ होगा। पहले चरण में यह हब दो लाख टन कार्गो की क्षमता के साथ कार्य करेगा, जिसे बाद में २० लाख टन तक बढ़ाया जाएगा। सीएम योगी ने कहा कि जेवर एयरपोर्ट केवल एक इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि 'उत्तर प्रदेश के विकास और परिवर्तन का प्रतीक' बनने जा रहा है। इसके शुरू होने से पश्चिमी यूपी में निवेश, व्यापार और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।