क्या कोयंबटूर बम धमाकों का मुख्य आरोपी सादिक उर्फ 'टेलर राजा' 29 साल बाद कर्नाटक से गिरफ्तार हुआ?

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क्या कोयंबटूर बम धमाकों का मुख्य आरोपी सादिक उर्फ 'टेलर राजा' 29 साल बाद कर्नाटक से गिरफ्तार हुआ?

सारांश

तमिलनाडु पुलिस ने 1998 के कोयंबटूर बम धमाकों के मुख्य आरोपी सादिक को 29 साल बाद गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी पुलिस की आतंकवाद विरोधी कार्रवाइयों में महत्वपूर्ण मानी जा रही है, जिसमें कई जानें गई थीं। इस संदर्भ में सादिक की भूमिका और गिरफ्तारियों से जुड़े अन्य घटनाक्रम को जानें।

Key Takeaways

  • सादिक की गिरफ्तारी ने तमिलनाडु पुलिस की आतंकवाद विरोधी कार्रवाइयों में महत्वपूर्ण सफलता दिखायी है।
  • कोयंबटूर बम धमाकों ने पूरे दक्षिण भारत को हिलाकर रख दिया था।
  • सादिक उर्फ टेलर राजा 29 साल से फरार था।
  • इस गिरफ्तारी से राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूती मिलेगी।
  • सादिक ने बम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

चेन्नई, 10 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। तमिलनाडु पुलिस के एंटी-टेररिज्म स्क्वॉड (एटीएस) और कोयंबटूर सिटी पुलिस ने एक महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त करते हुए 1998 के कोयंबटूर सीरियल बम धमाकों के मुख्य आरोपी सादिक (उर्फ टेलर राजा, वलर्न्था राजा, शहजहां अब्दुल मजीद मकंदर, शहजहां शेख) को कर्नाटक के विजयपुरा जिले से गिरफ्तार किया है।

यह आरोपी कोयंबटूर का निवासी है और पिछले 29 साल से फरार था। वह 1996 के बाद कभी गिरफ्तार नहीं हुआ था। इस गिरफ्तारी को तमिलनाडु पुलिस की आतंकवाद विरोधी कार्रवाइयों में एक बड़ी जीत माना जा रहा है। पुलिस के अनुसार, सादिक कई आतंकी और सांप्रदायिक हत्याओं के मामलों में शामिल रहा है।

वह 1998 के कोयंबटूर बम धमाकों का महत्वपूर्ण आरोपी है, जिसमें 58 लोगों की जान गई थी और 250 से अधिक लोग घायल हुए थे। इसके अलावा, वह 1996 में कोयंबटूर में पेट्रोल बम हमले में भी शामिल था, जिसमें जेल वार्डन बूपालम की मौत हुई थी। वह 1996 के नागौर में सायथा हत्या मामले और 1997 में मदुरै में जेलर जयप्रकाश की हत्या में भी आरोपी है।

एटीएस और कोयंबटूर सिटी पुलिस ने विश्वसनीय जानकारी के आधार पर विशेष अभियान चलाकर सादिक को विजयपुरा से पकड़ा। यह गिरफ्तारी हाल के हफ्तों में तमिलनाडु पुलिस की तीसरी बड़ी सफलता है। इससे पहले, एटीएस ने आंध्र प्रदेश के अन्नमय्या जिले से भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी अबू बकर सिद्दीकी और मोहम्मद अली उर्फ युनूस को गिरफ्तार किया था। ये सभी लंबे समय से फरार थे और आतंकी गतिविधियों में लिप्त थे।

1998 के कोयंबटूर बम धमाके तमिलनाडु के इतिहास में सबसे भयानक आतंकी घटनाओं में से एक हैं। इन धमाकों ने न केवल कोयंबटूर, बल्कि पूरे दक्षिण भारत को हिला दिया था। सादिक उर्फ टेलर राजा का नाम इस मामले में महत्वपूर्ण रहा है, क्योंकि उसने कथित तौर पर बम बनाने और विस्फोटकों की आपूर्ति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वह प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन अल-उम्मा का सक्रिय सदस्य रहा है।

पुलिस ने सादिक को कोर्ट में पेश करने की तैयारी की है। उससे पूछताछ से आतंकी नेटवर्क और अन्य संदिग्धों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की उम्मीद है। तमिलनाडु पुलिस ने इस गिरफ्तारी को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक बड़ा कदम बताया है।

Point of View

यह गिरफ्तारी न केवल एक आतंकवादी के खिलाफ कार्रवाई है, बल्कि यह सम्पूर्ण राष्ट्र की सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। तमिलनाडु पुलिस की यह सफलता हमें यह याद दिलाती है कि हम अपने नागरिकों की सुरक्षा के प्रति गंभीर हैं।
NationPress
21/07/2025

Frequently Asked Questions

सादिक उर्फ टेलर राजा कौन है?
सादिक उर्फ टेलर राजा 1998 के कोयंबटूर बम धमाकों का मुख्य आरोपी है जो पिछले 29 वर्षों से फरार था।
सादिक की गिरफ्तारी कब हुई?
सादिक की गिरफ्तारी 10 जुलाई 2023 को कर्नाटक के विजयपुरा जिले से हुई।
कोयंबटूर बम धमाकों में कितने लोग मारे गए थे?
कोयंबटूर बम धमाकों में 58 लोगों की जान गई थी।
सादिक किस आतंकवादी संगठन का सदस्य था?
सादिक प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन अल-उम्मा का सक्रिय सदस्य रहा है।
सादिक की गिरफ्तारी से क्या उम्मीद की जा सकती है?
सादिक की गिरफ्तारी से आतंकी नेटवर्क और अन्य संदिग्धों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होने की उम्मीद है।