क्या कांग्रेस का ईवीएम और चुनाव आयोग के प्रति दोहरा रवैया है? : एसपी सिंह बघेल
सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस के आरोपों पर केंद्रीय मंत्री का स्पष्ट जवाब
- बुर्का पहनने वाली महिलाओं का चुनावी प्रक्रिया का सम्मान करने का निवेदन
- चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाना उचित नहीं
- एनडीए सरकार का ध्यान महिलाओं के सशक्तिकरण पर
- ईवीएम और चुनाव आयोग का महत्व
आगरा, 6 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार चुनाव के दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा उठाए गए एसआईआर और वोट चोरी के मामलों पर केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने कड़ा जवाब दिया है। उन्होंने बुर्का
केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने मतदान के समय बुर्का हटाने पर गिरिराज सिंह की टिप्पणी का समर्थन करते हुए राहुल गांधी के ईवीएम से संबंधित आरोपों को नकार दिया।
उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस को फायदा होता है तो वे पर्दा हटा लेते हैं, जैसे कि आधार कार्ड, पासपोर्ट के लिए फोटो खिंचवानी हो या हवाई यात्रा के लिए एयरपोर्ट वेरिफिकेशन कराना हो। लेकिन चुनाव के समय बुर्काफर्जी वोट डालना होता है। चुनाव आयोग के नियमों का पालन करना आवश्यक है।
केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी. सिंह बघेल ने कहा कि देश के उन राज्यों में जहां कांग्रेस या उसके सहयोगी दलों की सरकार होती है, वहां ईवीएम और चुनाव आयोग दोनों निष्पक्ष होते हैं, लेकिन चुनाव हारने पर इन्हीं प्रक्रियाओं पर सवाल उठाने लगते हैं।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि तेलंगाना में कांग्रेस ने इन्हीं ईवीएम और चुनाव आयोग के माध्यम से सरकार बनाई, तब इसे निष्पक्ष माना गया, लेकिन जब हरियाणा या महाराष्ट्र में हार गए, तो उन्होंने आरोप लगाना शुरू कर दिया कि वोट चुराए गए थे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने 20042009 और 2009 से 2014 में ईवीएम और चुनाव आयोग के माध्यम से ही सरकार बनाई थी। तब उन्हें इस चुनावी प्रक्रिया में कोई दोष नहीं दिखाई दिया।
वहीं, केंद्रीय राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने भी बिहार की जनता से एनडीए के पक्ष में मतदान करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार महिलाओं को सशक्त बनाने, उन्हें मुख्यधारा में लाने, और उनके लिए रोजगार और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम इन पहलों को और मजबूत करना चाहते हैं, इसलिए मैं बिहार के लोगों से आगे आकर मतदान करने का आग्रह करता हूं।