क्या कांग्रेस 14 दिसंबर को दिल्ली में वोट चोरी के मुद्दे पर रैली आयोजित करेगी?
सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस की रैली 14 दिसंबर को होगी।
- मतदाता सूची पुनरीक्षण पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
- भाजपा पर वोट चोरी का आरोप लगाया गया है।
- पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को रैली में शामिल होने का अनुरोध किया गया है।
- लोकतंत्र की रक्षा के लिए एकजुटता की आवश्यकता है।
लखनऊ, 22 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस 14 दिसंबर को दिल्ली में वोट चोरी के मुद्दे पर एक विशाल रैली का आयोजन करेगी। शनिवार को उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने लोगों से रैली में बड़ी संख्या में उपस्थित होने की अपील की।
अजय राय ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि जिस प्रकार से भाजपा वर्तमान राजनीतिक स्थिति का लाभ उठाने के लिए वोट चोरी कर रही है, वह लोकतंत्र के लिए बेहद नकारात्मक है। इसी संदर्भ में दिल्ली के रामलीला मैदान में होने वाली रैली में अधिक से अधिक लोगों की उपस्थिति आवश्यक है। ख़ासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को इस रैली में हर हाल में शामिल होना चाहिए।
प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि मतदाता सूची पुनरीक्षण (एसआईआर) के नाम पर मतदाताओं के नाम काटे जा रहे हैं। ऐसा करके भाजपा अपने राजनीतिक हितों के लिए सभी बाधाओं को समाप्त करना चाहती है। हाल ही में, भाजपा के एक नेता ने कहा था कि मतदाता सूची पुनरीक्षण में कांग्रेसियों के नाम हटा दिए जाएं और केवल भाजपा नेताओं को शामिल किया जाए। इस पर मेरा भाजपा और चुनाव आयोग से सवाल है कि उस विधायक के खिलाफ अब तक क्या कदम उठाए गए हैं। जवाब स्पष्ट है कि अभी तक कुछ नहीं किया गया है।
उन्होंने चुनाव आयोग पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि अब यह केवल भाजपा के हित में कार्य कर रहा है। वर्तमान में भाजपा और चुनाव आयोग मिलकर देश के लोकतंत्र को समाप्त करने की दिशा में बढ़ रहे हैं, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे। हम लोकतंत्र को किसी भी कीमत पर बचाएंगे। भाजपा लगातार मतदाता सूची के माध्यम से मतदाताओं के नाम काटने में जुटी हुई है, जिससे वह राजनीतिक स्थिति को अपने पक्ष में मोड़ने की कोशिश कर रही है। लेकिन हम कांग्रेस के लोग इसे नहीं होने देंगे।