क्या कांग्रेस ने घासी राम माझी को नुआपाड़ा उपचुनाव का उम्मीदवार घोषित किया?

सारांश
Key Takeaways
- घासी राम माझी को कांग्रेस ने उपचुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया है।
- उपचुनाव 11 नवंबर को होंगे।
- बीजद और भाजपा ने अब तक अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है।
- भक्त चरण दास ने माझी की जीत की संभावनाओं का जिक्र किया।
- नुआपाड़ा क्षेत्र का राजनीतिक महत्व है।
भुवनेश्वर, 8 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा के नुआपाड़ा विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने औपचारिक रूप से घासी राम माझी को पार्टी का अधिकृत उम्मीदवार नियुक्त किया है। माझी वर्तमान में नुआपाड़ा जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हैं।
यह निर्णय ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (ओपीसीसी) के अध्यक्ष भक्त चरण दास और पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति द्वारा सर्वसम्मति से भेजे गए प्रस्ताव के आधार पर लिया गया है। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के संगठन महासचिव ने इस नाम की पुष्टि करने वाली प्रेस विज्ञप्ति जारी की है।
नुआपाड़ा के विधायक राजेंद्र ढोलकिया के निधन के कारण इस सीट के लिए उपचुनाव का आयोजन किया जा रहा है। चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव के साथ ही इस सीट के लिए उपचुनाव कराने की घोषणा की है, जो 11 नवंबर को आयोजित होगा।
ओपीसीसी प्रमुख भक्त चरण दास पहले ही संकेत दे चुके थे कि माझी स्वाभाविक दावेदार हैं।
घासी राम माझी एक अनुभवी कांग्रेस नेता हैं। उन्होंने नुआपाड़ा सीट से तीन बार चुनाव लड़ा है। 2014 और 2019 में उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा, जबकि 2024 में टिकट न मिलने पर उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और 50,941 वोट प्राप्त कर दूसरे स्थान पर रहे।
भक्त चरण दास ने कहा, "पिछले चुनावों में मिले मजबूत जनसमर्थन को देखते हुए इस बार घासी राम माझी की जीत पूरी तरह संभव लग रही है।"
वहीं दूसरी ओर, बीजद और भाजपा ने अभी तक अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। दोनों दलों में विचार-विमर्श जारी है।
दिलचस्प बात यह है कि नुआपाड़ा विधानसभा क्षेत्र कालाहांडी लोकसभा सीट के अंतर्गत आता है, जिसका प्रतिनिधित्व कभी भक्त चरण दास संसद में कर चुके हैं। इससे कांग्रेस को शुरुआती चुनावी बढ़त मिल सकती है।
भक्त चरण दास ने सोमवार से ही नुआपाड़ा में डेरा डाले हुए हैं और चार दिवसीय जमीनी समीक्षा में जुटे हैं। उन्होंने बताया कि पहले दिन की रैली में भारी संख्या में कार्यकर्ताओं की मौजूदगी ने यह साबित कर दिया है कि पार्टी में नया जोश और आत्मविश्वास लौट आया है।