क्या कांग्रेस के विजय वडेट्टीवार का चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर बयान राजनीति से प्रेरित है?

सारांश
Key Takeaways
- विजय वडेट्टीवार का आरोप चुनाव आयोग की स्वतंत्रता पर सवाल उठाता है।
- राहुल गांधी के हलफनामे की चर्चा को हास्यास्पद बताया गया है।
- राजनीतिक उन्माद और वोटों की चोरी का मुद्दा गंभीर है।
- आरएसएस का राजनीतिक प्रभाव भी चर्चा का विषय बना है।
नागपुर, 18 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार की प्रेस कॉन्फ्रेंस को राजनीति से प्रेरित बताया है। उनका कहना है कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को हलफनामा दाखिल करने के लिए कहना हास्यास्पद है।
रविवार को दिल्ली में चुनाव आयोग द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता पर विजय वडेट्टीवार ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "जब हमने सवाल किया, तो वो बौखला गए और सारे सबूत मिटा दिए। हमने आयोग से सीसीटीवी फुटेज मांगा था, जिसे उन्होंने मिटा दिया। अब वो उल्टा सबूत मांग रहे हैं। मतलब चोर चोरी करने के बाद दूसरे से ही चोरी का सबूत मांग रहा है। चोरी का आरोप आयोग पर है।"
उन्होंने आगे कहा, "चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस राजनीति से प्रेरित थी। भविष्य में वर्तमान मुख्य चुनाव आयुक्त किसी संवैधानिक पद या राज्यसभा में दिख सकते हैं।"
कांग्रेस नेता ने कहा, "देश में वोटों की चोरी हुई है। यदि यह चोरी नहीं होती, तो लोकसभा चुनाव में भाजपा 40 से अधिक सीटें नहीं जीत पाती। इस पर जनता में गुस्सा है। उन्होंने जो भी वादे किए हैं, क्या उनमें से कुछ भी पूरा किया है? वे केवल लोगों को हिंदू-मुस्लिम और मंदिर-मस्जिद में गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।"
सी.पी. राधाकृष्णन को आरएसएस कार्यकर्ता बताए जाने वाले कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर के हालिया ट्वीट का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा, "देश के महत्वपूर्ण पदों पर कई आरएसएस से जुड़े लोग हैं। उनकी पूरी पार्टी (भाजपा) आरएसएस ही चलाता है। आरएसएस जो कहेगा, वही होगा। एक साल से आरएसएस की भूमिका कमजोर दिख रही है।"