क्या दार्जिलिंग में भारी बारिश और भूस्खलन ने 13 लोगों की जान ले ली?

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क्या दार्जिलिंग में भारी बारिश और भूस्खलन ने 13 लोगों की जान ले ली?

सारांश

पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में हालिया भूस्खलन और भारी बारिश ने 13 लोगों की जान ले ली। प्रशासन ने पर्यटन स्थलों को बंद कर दिया है और पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। जानें इस संकट की पूरी कहानी।

Key Takeaways

  • दार्जिलिंग में भूस्खलन और बारिश से 13 लोगों की मौत हुई है।
  • पश्चिम बंगाल पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है।
  • सभी पर्यटन स्थलों को बंद कर दिया गया है।
  • भूस्खलन के कारण कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
  • मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।

कोलकाता, 5 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में लगातार भारी बारिश और भूस्खलन के कारण अब तक 13 लोगों की जान जा चुकी है। भूस्खलन के चलते कई सड़कें गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हुई हैं। इन संकटग्रस्त परिस्थितियों में, पश्चिम बंगाल पुलिस ने पर्यटकों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है।

बंगाल पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर बताया, "शनिवार रात को हुई तेज बारिश के कारण दार्जिलिंग की कुछ सड़कों पर जलभराव हो गया, जिससे यातायात में बाधा आई। सड़कें साफ करने का काम जारी है और जल्द ही सामान्य यातायात बहाल होने की उम्मीद है। जो पर्यटक फंसे हुए हैं या जिन्हें सहायता की आवश्यकता है, वे दार्जिलिंग पुलिस नियंत्रण कक्ष से +91 91478 89078 पर संपर्क कर सकते हैं।"

अधिकारियों के अनुसार, दार्जिलिंग के मिरिक में एक लोहे का पुल गिरने से 9 लोग मारे गए, जबकि सुखिया इलाके में भूस्खलन की घटनाओं में 4 लोग मृत पाए गए।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (कुर्सियांग) अभिषेक रॉय ने कहा, "हमने मिरिक में 5 शव बरामद कर लिए हैं। दिन में दो शव पहले ही मिल चुके थे। सुखिया में चार और लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। बचाव कार्य जारी है।"

उन्होंने बताया कि खराब मौसम के कारण बचाव अभियान चलाना बहुत मुश्किल है। रोहिणी जाने वाला रास्ता पूरी तरह से बंद है। दिलाराम वाला रास्ता भी अवरुद्ध है। हम मिरिक में फंसे लोगों को निकालने का प्रयास कर रहे हैं।

प्रशासन ने सभी पर्यटन स्थलों को बंद कर दिया है। दार्जिलिंग, कलिम्पोंग और अन्य क्षेत्रों में फंसे पर्यटकों को अपने होटलों से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी गई है।

प्रशासन ने यह भी बताया कि तीस्ता नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग-10 का बहाव हो गया है और सिक्किम और कलिम्पोंग के साथ संपर्क टूट गया है। दार्जिलिंग शहर से भी संपर्क बाधित है।

इस बीच, मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक उत्तर बंगाल में भारी बारिश की संभावना जताई है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है और बचाव कार्यों में कठिनाई आ सकती है। साथ ही, दार्जिलिंग जिले में भारी बारिश की चेतावनी भी जारी की गई है। इससे पहले, कोलकाता के अलीपुर स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने उत्तर बंगाल में बारिश का अनुमान लगाया था।

अनुमान के अनुसार, शनिवार रात से बारिश शुरू हो गई। रविवार सुबह तक लगातार बारिश ने पहाड़ी क्षेत्रों में तबाही मचाई।

बारिश के कारण उत्तर बंगाल में कई ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं, जबकि कई क्षेत्रों में रेलवे ट्रैक पर जलभराव के कारण कई ट्रेनें समय पर नहीं चल पा रही हैं।

Point of View

NationPress
05/10/2025

Frequently Asked Questions

दार्जिलिंग में भूस्खलन के कारण कितने लोग प्रभावित हुए हैं?
अभी तक भूस्खलन के कारण 13 लोगों की मृत्यु की पुष्टि हुई है।
पुलिस ने कितने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं?
पश्चिम बंगाल पुलिस ने एक मुख्य हेल्पलाइन नंबर +91 91478 89078 जारी किया है।
क्या दार्जिलिंग में सभी पर्यटन स्थल बंद हैं?
हाँ, प्रशासन ने सभी पर्यटन स्थलों को बंद कर दिया है।
भूस्खलन के कारण सड़कें कब तक बंद रह सकती हैं?
सड़कें साफ करने का काम चल रहा है, लेकिन मौसम की स्थिति के कारण यह प्रक्रिया धीमी हो रही है।
क्या मौसम विभाग ने आगे की बारिश की चेतावनी दी है?
हाँ, मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक भारी बारिश की संभावना जताई है।