क्या पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने अंतिम व्यक्ति तक विकास की प्रेरणा पहुंचाई? : विष्णु देव साय

सारांश
Key Takeaways
- दीनदयाल उपाध्याय का अंत्योदय सिद्धांत आज भी प्रासंगिक है।
- सरकारें गरीबों के उत्थान के लिए निरंतर प्रयासरत हैं।
- मेक इन इंडिया अभियान ने भारतीय अर्थव्यवस्था को नई गति दी है।
- उद्योगों को प्रोत्साहन और रोजगार सृजन में मदद मिली है।
- आत्मनिर्भर भारत की दिशा में उठाए जा रहे कदम महत्वपूर्ण हैं।
रायपुर, २५ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जन्म जयंती के अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने गुरुवार को भाजपा के प्रदेश कार्यालय में शिरकत की। यहां पर उन्होंने परिसर में स्थापित मां दुर्गा की मूर्ति की पूजा-अर्चना की। इसके पश्चात, उन्होंने भाजपा के दिवंगत दिग्गज नेताओं, पंडित dीनदयाल उपाध्याय और पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की मूर्तियों पर माल्यार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पंडित dीनदयाल उपाध्याय ने अंत्योदय सिद्धांत के माध्यम से समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के विकास पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें गरीबों के उत्थान के लिए निरंतर कार्यरत हैं। हम पंडित dीनदयाल उपाध्याय के दिखाए मार्ग पर चलते हुए, उनके आदर्शों को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
सीएम साय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि जनसंघ के पूर्व अध्यक्ष, महान विचारक और समाज सुधारक पं. dीनदयाल उपाध्याय को हम श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, जिन्होंने अंत्योदय और एकात्म मानववाद के सिद्धांतों के माध्यम से समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास की प्रेरणा पहुंचाई। उनका जीवन और दर्शन आज भी हमें सशक्त, समावेशी और सर्वजन हितैषी समाज के निर्माण के लिए प्रेरित करता है।
उन्होंने आगे पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि वे भी गरीबों के लिए काम कर रहे हैं और राज्य सरकार भी निरंतर गरीबों के हक के लिए प्रयासरत है।
पीएम मोदी के मेक इन इंडिया अभियान को लेकर उन्होंने कहा कि भारत को वैश्विक विनिर्माण शक्ति बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ११ वर्ष पूर्व ‘मेक इन इंडिया’ जैसे दूरदर्शी अभियान की शुरुआत की थी। आज यह अभियान अपने सफलतम ११ वर्ष पूरे करते हुए भारतीय अर्थव्यवस्था को नई गति दे रहा है और विकसित भारत के निर्माण में मजबूत नींव बन रहा है। पीएम मोदी की दूरदर्शी नीतियों के कारण देश आज वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में स्थापित हुआ है और आयात पर निर्भरता खत्म करते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स, फार्मा, रक्षा जैसे अनेक क्षेत्रों में वैश्विक नेतृत्व कर रहा है।
इस पहल से उद्योगों को प्रोत्साहन मिला है, और देश में निर्मित वस्तुओं का निर्यात बढ़ा है। साथ ही, यह पहल निवेश बढ़ाने, रोजगार सृजन और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देकर देश को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इस पहल को जीएसटी रिफॉर्म और स्वदेश अभियान से नई शक्ति मिल रही है। आत्मनिर्भर और विकसित भारत की परिकल्पना को आकार देने वाले इस दूरदर्शी अभियान के लिए पीएम मोदी का तहे दिल से आभार।