क्या दीपोत्सव के मौके पर फूलों से सजी अयोध्या नगरी भक्तों का दिल जीत पाएगी?

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क्या दीपोत्सव के मौके पर फूलों से सजी अयोध्या नगरी भक्तों का दिल जीत पाएगी?

सारांश

अयोध्या में दीपोत्सव का नजारा अद्भुत है, जहां फूलों और दीपों की सजावट के साथ झांकियों की प्रस्तुतियाँ हो रही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। क्या यह भव्यता भक्तों का दिल जीत पाएगी?

Key Takeaways

  • अयोध्या का दीपोत्सव भव्यता में अद्वितीय है।
  • सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
  • भक्तों के लिए विशेष सुविधाएँ उपलब्ध हैं।
  • झांकियाँ और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ इस आयोजन का हिस्सा हैं।
  • नया विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी हो रही है।

अयोध्या, 19 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। 20 अक्टूबर को होने वाली दीपावली से पहले अयोध्या का दृश्य एकदम बदल चुका है। भगवान श्री राम के स्वागत हेतु अयोध्या नगरी को फूलों और दीपों से सजाया जा रहा है।

हर जगह फूलों से पंडाल सजाए जा रहे हैं और यहाँ पर आने वाले भक्तों को अयोध्या में एक अलग ही अनुभव मिल रहा है। दीपोत्सव के अवसर पर अयोध्या का वातावरण अद्भुत है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। भक्त दूर-दूर से रामलला के दर्शन के लिए पहुँच रहे हैं।

राष्ट्र प्रेस से बातचीत में गुजरात के वडोदरा से आए परिवार ने कहा कि उनके दर्शन बहुत सुखद रहे हैं क्योंकि सीएम योगी और पीएम मोदी देश की कमान संभाल रहे हैं। उन्होंने बताया कि अयोध्या को बेहद खूबसूरती से सजाया गया है और दर्शन के लिए विशेष सुविधाएँ प्रदान की गई हैं। दीपोत्सव के दौरान अयोध्या में आकर्षक झांकियाँ प्रस्तुत की जा रही हैं। नाटक मंडलियाँ विभिन्न वेशभूषा में झांकियाँ निकाल रही हैं। इसके साथ ही भगवान श्रीराम के बाल कांड की प्रस्तुति रथ पर की जा रही है, जिसमें छोटे बच्चे राम और सीता के रूप में नजर आ रहे हैं।

अयोध्या का माहौल ऐसा है कि हर कोई मोहित हो जाए। आज का दिन अयोध्या के लिए खास है क्योंकि मुख्यमंत्री योगी यहाँ आने वाले हैं और दीपोत्सव में एक साथ 26 लाख 11 हजार 101 दीप जलाए जाने की तैयारी की जा रही है। इतने दीप जलाकर एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाने की योजना है। दीपों में तेल डालने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। विभिन्न 56 घाटों पर दीप लगाए जा रहे हैं और रंगोली सजाने का कार्य भी हो रहा है।

इसके अलावा घाटों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। घाटों पर बिना आईडी कार्ड के किसी को भी प्रवेश नहीं दिया जाएगा और जो लोग दीपोत्सव में भाग लेंगे, वे भारतीय सूती परिधान में होंगे। इसके अतिरिक्त, दीपों में तेल डालने का कार्य भी सावधानीपूर्वक किया जा रहा है और दीपों की बत्तियों पर कपूर का पाउडर लगाने का काम भी हो रहा है।

Point of View

बल्कि यह सांस्कृतिक एकता और भारतीयता का प्रतीक भी है। ऐसे आयोजनों से देश की एकता को बढ़ावा मिलता है।
NationPress
19/10/2025

Frequently Asked Questions

दीपोत्सव कब मनाया जा रहा है?
दीपोत्सव 20 अक्टूबर को मनाया जा रहा है।
अयोध्या में कितने दीप जलाए जाएंगे?
इस बार 26 लाख 11 हजार 101 दीप जलाए जाने की योजना है।
अयोध्या में सुरक्षा के क्या इंतजाम हैं?
अयोध्या में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, जिसमें आईडी कार्ड की अनिवार्यता भी शामिल है।
क्या झांकियाँ भी प्रस्तुत की जाएंगी?
हाँ, अयोध्या में विभिन्न झांकियाँ प्रस्तुत की जाएंगी, जिनमें नाटक मंडलियाँ शामिल हैं।
दीपोत्सव में कौन-कौन से लोग शामिल होंगे?
दीपोत्सव में शामिल होने वाले सभी लोग भारतीय सूती परिधान में होंगे।