क्या दिल्ली में फर्जी फेसबुक-व्हाट्सएप प्रोफाइल से महिलाओं को ब्लैकमेल करने वाला आरोपी लखनऊ से गिरफ्तार हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता आवश्यक है।
- सोशल मीडिया पर निजी जानकारी साझा करते समय सावधानी बरतें।
- फर्जी प्रोफाइल की पहचान करना सीखें।
- पुलिस को तुरंत शिकायत करें यदि आप किसी प्रकार के ब्लैकमेलिंग का शिकार होते हैं।
- सामाजिक मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सुरक्षा उपायों को अपनाएं।
नई दिल्ली, 14 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली के पश्चिमी जिले के साइबर पुलिस थाने के अधिकारियों ने जबरन वसूली के एक मामले में एक शातिर आरोपी को गिरफ्तार किया है। यह व्यक्ति महिलाओं से दोस्ती करके उनकी निजी जानकारी प्राप्त करता था और फिर उन्हें ब्लैकमेल कर पैसे मांगता था।
एक पीड़िता ने 21 सितंबर को पश्चिमी जिले के साइबर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि एक अज्ञात व्यक्ति ने फर्जी पहचान बना कर व्हाट्सएप और फेसबुक के माध्यम से उससे दोस्ती की। इसके बाद, आरोपी ने उसकी निजी तस्वीरें और वीडियो ले लिए और उन्हें वायरल करने की धमकी देकर पैसे मांगने लगा।
एक बार महिला ने उसके बहकावे में आकर पैसे दे दिए, लेकिन फिर से पैसे मांगने लगा। जब उसने और पैसे नहीं दिए, तो आरोपी ने वीडियो और तस्वीरों को वायरल करने की धमकी देकर फिर से ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया।
शिकायत के आधार पर, इंस्पेक्टर विकास बुलडक के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई। टीम ने शिकायतकर्ता से बात करके आरोपी मनोज को पहचान लिया और उत्तर प्रदेश के लखनऊ में उसे गिरफ्तार किया।
पूछताछ में, मनोज वर्मा ने अपने जुर्म को स्वीकार किया। उसने बताया कि वह सोशल मीडिया पर फर्जी नामों से प्रोफाइल बनाकर महिलाओं से दोस्ती करता था और उनकी निजी तस्वीरों और वीडियो के जरिए पैसे मांगता था।
गिरफ्तारी के समय पुलिस ने उसके पास से एक टेक्नो केएल8 मोबाइल फोन बरामद किया, जिसमें व्हाट्सएप चैट, अश्लील वीडियो और फर्जी फेसबुक अकाउंट के लॉग इन थे।