क्या दिल्ली में अंतरराज्यीय ड्रग नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ?

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क्या दिल्ली में अंतरराज्यीय ड्रग नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ?

सारांश

दिल्ली में एंटी-नारकोटिक्स सेल ने एक बड़े ड्रग सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है, जिसमें 51.5 किलो गांजा और 1,02,510 रुपए नकद बरामद किए गए हैं। पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जो गांजे की अवैध सप्लाई में शामिल थे। यह ऑपरेशन नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट में सक्रिय ड्रग सप्लायर्स पर लगातार नजर रखने के बाद किया गया।

Key Takeaways

  • दिल्ली में 51.5 किलो गांजा बरामद किया गया।
  • पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
  • यह ऑपरेशन नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट की एंटी-नारकोटिक्स सेल द्वारा किया गया।
  • पुलिस की कार्रवाई से ड्रग्स के खिलाफ एक सकारात्मक संदेश जाएगा।
  • अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।

नई दिल्ली, 3 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट की एंटी-नारकोटिक्स सेल ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और बिहार में संचालित एक बड़े अंतरराज्यीय ड्रग सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने गांजे की अवैध आपूर्ति में शामिल पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।

दिल्ली पुलिस ने बुधवार को बताया कि कई छापों के दौरान कुल 51.5 किलो गांजा (मारिजुआना), 1,02,510 रुपए नकद और ट्रांसपोर्टेशन के लिए इस्तेमाल होने वाली एक आई10 कार बरामद की गई।

यह अभियान एसआई जगबीर खत्री के नेतृत्व में एसीपी विदुषी कौशिक की देखरेख में शुरू किया गया था। यह ऑपरेशन नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट में सक्रिय ड्रग सप्लायर्स पर लगातार निगरानी रखने के बाद शुरू किया गया था।

25 नवंबर को मिली सूचना पर कार्रवाई करते हुए, पुलिस टीम ने बुराड़ी के कमल विहार के बी-ब्लॉक में एक घर पर छापा मारा। यहां से एक संदिग्ध, जितेंद्र उर्फ जीतू, गांजा बेचते हुए पकड़ा गया।

दिल्ली पुलिस ने प्रेस नोट में कहा, "घर की तलाशी लेने पर कुल 6.132 किलो गांजा और 1,02,510 रुपए बरामद हुए। मामले में एनडीपीएस एक्ट की धारा 20/25 के तहत बुराड़ी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई।"

पूछताछ के दौरान, जितेंद्र ने बताया कि उसने सबिता देवी और राम कुमार समेत कई सप्लायरों से यह प्रतिबंधित सामान खरीदा था।

इस जानकारी के आधार पर, अगले दिन स्वरूप नगर के जे-ब्लॉक में रेड की गई, जहां से सबिता देवी को गिरफ्तार किया गया, जिसके पास से 1.542 किलो गांजा बरामद हुआ। उसने कबूल किया कि उसने यह ड्रग बनारस के रहने वाले अपने जीजा अनिल से खरीदा था।

इस बीच, राम कुमार को ट्रैक करने के लिए तकनीकी निगरानी लगाई गई। 1 और 2 दिसंबर की रात को पुलिस ने उसे गाजियाबाद रेलवे स्टेशन के पास ढूंढ लिया, लेकिन वह भाग गया। बाद में फरीदाबाद के बडकल मॉल मेट्रो स्टेशन के पास से उसे गिरफ्तार कर लिया गया, जब वह अपने साथी बृजपाल को एक कंसाइनमेंट दे रहा था। पुलिस ने उनके पास से 30.431 किलो गांजा और एक आई10 कार जब्त की।

पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान, आरोपी राम कुमार ने बताया कि वह और उसका साथी अरुण रॉय, दोनों बिहार के रहने वाले हैं और नोएडा, उत्तर प्रदेश में किराए के घर में रहते थे। वे पिछले एक साल से त्रिपुरा में अपने सोर्स से गांजे की खेप लाते थे और आगे दिल्ली और एनसीआर इलाकों में अलग-अलग लोगों को सप्लाई करते थे।

उसके खुलासे के आधार पर, उसके साथी अरुण रॉय (40), जो गांव पहाड़पुर जिला वैशाली, बिहार का रहने वाला है, को भी 2 दिसंबर, 2025 को नोएडा से पकड़ा गया। पूछताछ में उसने बताया कि उसने नोएडा में अपने एक जान-पहचान वाले के घर पर गांजे का कुछ स्टॉक रखा था।

पुलिस टीम तुरंत वहां पहुंची और घर की तलाशी के बाद कुल 13.433 किलो गांजा बरामद किया गया।

सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस ने कहा कि गिरोह के दूसरे सदस्यों का पता लगाने के लिए आगे की जांच चल रही है।

Point of View

NationPress
08/12/2025

Frequently Asked Questions

दिल्ली में ड्रग्स का क्या हाल है?
दिल्ली में ड्रग्स का कारोबार एक गंभीर समस्या बन चुका है, और पुलिस लगातार इस पर नकेल कसने का प्रयास कर रही है।
क्या पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है?
हां, पुलिस ने सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच जारी है।
गांजे की सप्लाई का यह नेटवर्क कैसे काम करता था?
यह नेटवर्क विभिन्न राज्यों में सक्रिय सप्लायरों के माध्यम से गांजे की अवैध सप्लाई करता था।
दिल्ली पुलिस ने कितने किलो गांजा जब्त किया?
दिल्ली पुलिस ने कुल 51.5 किलो गांजा जब्त किया है।
क्या कोई और आरोपी अभी भी फरार है?
जी हां, पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है।
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