क्या दिल्ली की हवा की गुणवत्ता फिर से 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंच गई?

Click to start listening
क्या दिल्ली की हवा की गुणवत्ता फिर से 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंच गई?

सारांश

दिल्ली की हवा की गुणवत्ता में गिरावट के कारण स्थानीय निवासियों में चिंता बढ़ गई है। दो दिन के सुधार के बाद, एक्यूआई फिर से 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुँच गया है। क्या सरकार इस समस्या का समाधान कर पाएगी?

Key Takeaways

  • दिल्ली की हवा की गुणवत्ता फिर से 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंच गई है।
  • एक्यूआई 331 स्वास्थ्य के लिए हानिकारक स्तर है।
  • बच्चों और बुजुर्गों को प्रदूषण से विशेष रूप से सावधान रहने की आवश्यकता है।
  • सरकार को प्रदूषण कम करने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।
  • स्थानीय निवासियों की चिंताओं को सुनना महत्वपूर्ण है।

नई दिल्ली, 2 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। थोड़ी राहत मिलने के बाद, मंगलवार को दिल्ली की हवा की गुणवत्ता फिर से खराब हो गई है। दो दिन तक 'खराब' श्रेणी में रहने के बाद, यह अब फिर से 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुँच गई है।

सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, सुबह 6 बजे तक शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 331 पर पहुँच गया, जो राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण के स्तर में फिर से वृद्धि का संकेत देता है।

कई मॉनिटरिंग स्टेशनों ने पार्टिकुलेट मैटर का उच्चतम स्तर रिकॉर्ड किया है। बवाना में एक्यूआई 387, आनंद विहार में 381, वजीरपुर में 362, बुराड़ी में 361, और आरके पुरम में 356 जैसे आंकड़े मिले, जो सभी 'बहुत खराब' श्रेणी में आते हैं।

हालांकि, आईजीआई एयरपोर्ट पर प्रदूषण का स्तर कम दर्ज किया गया, जहां एक्यूआई 269 रहा, लेकिन यह भी 'खराब' श्रेणी में आता है।

सीपीसीबी के मानकों के अनुसार, 0-50 का एक्यूआई 'अच्छा', 51-100 'संतोषजनक', 101-200 'मध्यम', 201-300 'खराब', 301-400 'बहुत खराब', और 401-500 'गंभीर' माना जाता है।

मंगलवार सुबह विशेष क्षेत्रों में कोहरे और स्मॉग की एक मोटी परत देखी गई। इंडिया गेट-कर्तव्य पथ पर, एक्यूआई 370 के आसपास रहा, जो इसे 'बहुत खराब' श्रेणी में लाता है।

तुगलकाबाद में एमबी रोड पर भी स्थिति चिंताजनक रही, जहां एक्यूआई 302 था, जिससे स्थानीय निवासियों और अधिकारियों के बीच चिंता बढ़ गई है।

एक स्थानीय निवासी ने कहा, "बच्चों और बुजुर्गों के लिए प्रदूषण अब बहुत खतरनाक हो गया है। पहले हम सुबह 5 बजे बाहर निकलते थे, लेकिन अब हमें सुबह 7 बजे तक इंतजार करना पड़ता है। हमारी आँखों में जलन होती है और लगातार खांसी आती रहती है। सरकार को और सख्त कदम उठाने चाहिए… पानी का छिड़काव पर्याप्त नहीं है।"

दिल्ली में इस सप्ताह की शुरुआत में एक्यूआई में थोड़ा सुधार देखा गया था। रविवार और सोमवार को, शहर में क्रमशः 279 और 298 का एक्यूआई दर्ज किया गया। इस बीच, सर्दी का मौसम जारी है। इंडिया मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को अधिकतम तापमान लगभग 26 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम लगभग 7 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान लगाया है, जो तापमान में निरंतर गिरावट और खराब होती हवा की गुणवत्ता का संकेत है।

Point of View

बल्कि यह सरकार की नीतियों पर भी सवाल उठाता है। हमें तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि हम इस स्थिति को सुधार सकें।
NationPress
07/12/2025

Frequently Asked Questions

दिल्ली में हवा की गुणवत्ता कैसे मापी जाती है?
दिल्ली में हवा की गुणवत्ता का माप एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) के माध्यम से किया जाता है, जो प्रदूषण के स्तर को दर्शाता है।
एक्यूआई 331 का क्या मतलब है?
एक्यूआई 331 को 'बहुत खराब' श्रेणी में रखा जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
क्या सरकार ने प्रदूषण को कम करने के लिए कदम उठाए हैं?
हाँ, लेकिन स्थानीय निवासियों का मानना है कि और ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
दिल्ली में प्रदूषण के मुख्य कारण क्या हैं?
प्रदूषण के मुख्य कारणों में वाहन प्रदूषण, औद्योगिक उत्सर्जन, और निर्माण गतिविधियाँ शामिल हैं।
बच्चों और बुजुर्गों पर प्रदूषण का क्या असर होता है?
प्रदूषण बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है, जैसे कि सांस संबंधी समस्याएँ।
Nation Press