दिल्ली इमारत हादसा: क्या दो लोगों की जान बचाई जा सकेगी?

सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली में इमारत ढहने से दो लोगों की मौत हुई है।
- घटनास्थल पर राहत कार्य जारी है।
- कपिल मिश्रा ने पूर्व सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- मलबे में और लोग दबे हो सकते हैं।
- अवैध निर्माणों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
नई दिल्ली, 12 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली के वेलकम थाना क्षेत्र में एक इमारत के ढहने से अब तक दो लोगों की जान चली गई है। इस घटना में आठ व्यक्तियों को सुरक्षित निकाला गया है, लेकिन वे मलबे में दबने के कारण घायल हो गए हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अभी भी एक से दो लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है।
जानकारी के अनुसार, यह घटना शनिवार सुबह लगभग पौने 7 बजे ईदगाह रोड पर स्थित चार मंजिला इमारत के ढहने से हुई। राहत और बचाव कार्य में एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड, स्थानीय पुलिस और सिविल डिफेंस की टीमें शामिल हैं। मलबे में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के प्रयास जारी हैं।
दिल्ली सरकार के मंत्री कपिल मिश्रा ने इस घटना की जानकारी लेने के लिए मौके का दौरा किया है। उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "यह एक अत्यंत दुखद घटना है। दो लोगों को बचाया नहीं जा सका। मलबे में और भी लोग दबे हो सकते हैं। गली बहुत संकरी है, जिससे मशीनों का इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है।"
उन्होंने आगे कहा कि आसपास की कुछ इमारतों को भी खाली कराया गया है, क्योंकि मलबा हटाने के बाद ये घर भी गिरने की संभावना में हैं।
कपिल मिश्रा ने पूर्व सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, "मुस्तफाबाद से लेकर सीलमपुर तक, एक विशेष प्रकार के क्षेत्रों में इमारतें गिर रही हैं। पिछले 10 वर्षों में वोटबैंक की राजनीति के कारण यहां भ्रष्टाचार फैला है।"
उन्होंने गोपाल राय पर भी सवाल उठाते हुए कहा, "क्या वह इस हत्या की जिम्मेदारी लेंगे? उनकी देखरेख में अवैध निर्माण होते रहे हैं।"
कपिल मिश्रा ने कहा कि इस घटना की जांच करवाई जाएगी और जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।