क्या दिल्ली के प्रताप नगर में हुए दोहरे हत्याकांड के आरोपी को गिरफ्तार किया गया?

सारांश
Key Takeaways
- देव प्रताप सिंह की गिरफ्तारी ने पुलिस की सक्रियता को दर्शाया।
- हमले का कारण पुरानी दुश्मनी थी।
- सभी आरोपी एक आपराधिक गिरोह से जुड़े हुए थे।
- पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और आरोपी को गिरफ्तार किया।
- गिरफ्तारी से समाज में अपराध की समस्या पर ध्यान केंद्रित हुआ।
नई दिल्ली, 14 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली के चाणक्यपुरी स्थित क्राइम ब्रांच की अंतरराज्यीय सेल ने एक दोहरे हत्याकांड के आरोपी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम देव प्रताप सिंह उर्फ देवा है, जो हर्ष विहार पुलिस स्टेशन में दर्ज एक दोहरे हत्याकांड में वांटेड था।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, 5 सितंबर को दिल्ली के प्रताप नगर में देव प्रताप सिंह ने सुधीर उर्फ बंटी और राधे प्रजापति पर गोली चलाई थी। इस घटना में दोनों की मौत इलाज के दौरान हो गई थी।
जांच में यह स्पष्ट हुआ कि देव ने अपने साथियों चैतन्य तोमर उर्फ ताशु, प्रदीप भाटी, सुमित, और प्रमोद के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था।
पुलिस ने बताया कि इस हमले के पीछे 29 अगस्त को हुए एक पुराने विवाद का बदला लेने की वजह थी। इस मामले में पहले ही चैतन्य तोमर, प्रदीप भाटी, पवन भाटी उर्फ डग्गा, और प्रमोद को गिरफ्तार किया गया था, जबकि देवा और सुमित फरार थे।
फरार अपराधियों को पकड़ने के लिए क्राइम ब्रांच ने इंस्पेक्टर सतेंद्र पूनिया और इंस्पेक्टर सोहनलाल के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया।
पुलिस को एक मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी देव भोपुरा, उत्तर प्रदेश में छिपा हुआ है। इस सूचना के आधार पर, एसीपी रामेश लांबा के मार्गदर्शन में एक टीम ने भोपुरा बॉर्डर के पास से देव को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने बताया कि उसके पास से भागने और छिपने में इस्तेमाल की गई एक कार भी जब्त की गई है। पूछताछ के दौरान, आरोपी ने अपने अपराध को कबूल कर लिया और बताया कि पुरानी दुश्मनी के चलते उसने और उसके साथियों ने राधे और बंटी की हत्या की योजना बनाई थी।
मंडोली, दिल्ली का निवासी देव 12वीं कक्षा पास है और वह आपराधिक गिरोहों के संपर्क में आ गया था।
पुलिस ने यह भी बताया कि यह गिरफ्तारी दिल्ली में फरार अपराधियों और बार-बार अपराध करने वालों के खिलाफ चल रही कार्रवाई में एक महत्वपूर्ण सफलता है।