क्या दिल्ली में मोबाइल टावर से आरआरयू चोरी करने वाले युवक को पुलिस ने पकड़ा?
सारांश
Key Takeaways
- मोबाइल टावरों से आरआरयू चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं।
- क्राइम ब्रांच ने एक युवक को गिरफ्तार किया है।
- जांच में अमन का साथी पहले से गिरफ्तार है।
- इस घटना से समाज में जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है।
- टेक्नोलॉजी का दुरुपयोग एक गंभीर समस्या है।
नई दिल्ली, 7 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मोबाइल टावरों से रिमोट रेडियो यूनिट (आरआरयू) चोरी करने के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान लोनी (गाजियाबाद) निवासी अमन उर्फ मंडे (20) के रूप में हुई।
क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि मोबाइल नेटवर्क के सिग्नल ट्रांसमिशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले आरआरयू की चोरी की जा रही है।
बदमाश वारदात को अंजाम देने के लिए दिल्ली-एनसीआर में घूम रहे थे। इसके बाद पुलिस की टीम ने लोनी से अमन को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के अनुसार, अमन 10वीं कक्षा तक पढ़ा है और पहले फूड डिलीवरी बॉय का काम करता था। पूछताछ में उसने अपने साथी आमिर के साथ मिलकर आरआरयू चोरी की बात कबूल की। उसने बताया कि अधिक पैसे की लालच में चोरी का काम शुरू कर दिया था। इसमें इन्हें कम समय में अधिक पैसा मिल जाता था।
क्राइम ब्रांच ने अमन की निशानदेही पर एक मारुति ऑल्टो कार जब्त की है, जिसका उपयोग ये लोग रिमोट रेडियो यूनिट चोरी करने के लिए करते थे। जांच में यह भी पता चला कि उसका साथी आमिर पहले ही गाजियाबाद पुलिस द्वारा चोरी के मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है और फिलहाल न्यायिक हिरासत में है।
लगातार तकनीकी सर्विलांस, मुखबिरों के साथ तालमेल और खुफिया जानकारी के आधार पर कई दिनों तक यह ऑपरेशन चलाया गया। इसके लिए क्राइम ब्रांच की तरफ से इंस्पेक्टर सुनील कालखंडे के नेतृत्व में टीम बनाई गई थी। टीम में एसआई बीरपाल, हेड कांस्टेबल रौशन, विजय कुमार, परवीन कुमार, समंदर कुमार, राहुल कुमार, अनूप और वर्षा शामिल थे।
जांच में पता चला कि आरोपी अमन के ऊपर पहले से पुलिस स्टेशन ओल्ड दिल्ली रेलवे स्टेशन और पुलिस स्टेशन हर्ष विहार में हत्या का मामला दर्ज है। क्राइम ब्रांच पता लगाने का प्रयास कर रहा है कि ये लोग आरआरयू चोरी करके किसको बेचते थे और इसकी बरामदगी के लिए भी टीम लगातार तलाशी अभियान चला रही है।