क्या दिल्ली में हुए कार विस्फोट के मामले में सख्त कार्रवाई होगी?
सारांश
Key Takeaways
- अमित शाह ने कार विस्फोट पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया।
- दिल्ली में सुरक्षा को बढ़ाया गया है।
- जांच में 500 से अधिक अधिकारी शामिल हैं।
- सोशल मीडिया गतिविधियों पर नज़र रखी जा रही है।
- सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है।
नई दिल्ली, 11 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में हुए कार विस्फोट के मामले में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस संकल्प को दोहराया कि दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा और इस कृत्य में शामिल हर व्यक्ति को कड़ी सजा का सामना करना पड़ेगा।
गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को दिल्ली कार विस्फोट के बाद शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की। उन्होंने अपने सोशल मीडिया खाते 'एक्स' पर लिखा, "दिल्ली कार विस्फोट पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उन्हें इस घटना के पीछे के हरेक दोषी की पहचान करने के निर्देश दिए गए हैं। इस कृत्य में शामिल हर व्यक्ति को हमारी एजेंसियों की कड़ी सज़ा का सामना करना पड़ेगा।"
इस बैठक में केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, खुफिया ब्यूरो के निदेशक तपन कुमार डेका, दिल्ली पुलिस आयुक्त सतीश गोलचा और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के महानिदेशक सदानंद वसंत दाते शामिल हुए थे।
प्रधानमंत्री मोदी पहले ही यह स्पष्ट कर चुके हैं कि षड्यंत्रकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने भूटान में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा, "मैं कल रात भर इस घटना की जांच में जुटी सभी एजेंसियों के साथ संपर्क में था। विचार विमर्श चल रहा था। हमारी एजेंसियां इस षड्यंत्र की तह तक जाएंगी।"
विस्फोट की जांच के लिए 500 से अधिक सुरक्षा अधिकारियों की एक टीम का गठन किया गया है, वहीं दिल्ली-एनसीआर में सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है और प्रमुख प्रतिष्ठानों पर एनएसजी कमांडो तैनात किए गए हैं।
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के अनुसार, जांच एजेंसियां 1000 से अधिक सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही हैं। उन्हें संदेह है कि यह कार विस्फोट एक आत्मघाती हमले का प्रयास हो सकता है।
जांच एजेंसियां सोशल मीडिया गतिविधियों पर भी नज़र रख रही हैं और दिल्ली के कई स्थानों से मोबाइल फोन का डंप डेटा इकट्ठा कर रही हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, लाल किला क्षेत्र में और उसके आसपास सक्रिय सभी मोबाइल फोन से डंप डेटा प्राप्त किया जा रहा है। यह डेटा कार बम विस्फोट से जुड़े फोन नंबरों और संचार लिंक की पहचान में मदद कर सकता है।