क्या दिल्ली में हत्या के प्रयास के मामले में हिस्ट्रीशीटर गिरफ्तार हुआ?

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क्या दिल्ली में हत्या के प्रयास के मामले में हिस्ट्रीशीटर गिरफ्तार हुआ?

सारांश

दिल्ली पुलिस ने हत्या के प्रयास के एक मामले में एक कुख्यात अपराधी को गिरफ्तार किया है, जिससे जुड़े कई महत्वपूर्ण तथ्य सामने आए हैं। आरोपी के पास से बरामद पिस्तौल और कारतूस ने पुलिस की जांच को नया मोड़ दिया है। जानिए इस घटनाक्रम के बारे में और क्या खुलासा हुआ है।

Key Takeaways

  • दिल्ली में हत्या के प्रयास का मामला
  • कुख्यात अपराधी की गिरफ्तारी
  • पुलिस कार्रवाई की तत्परता
  • पुरानी दुश्मनी का खतरनाक परिणाम
  • हथियारों की सप्लाई का संगठित नेटवर्क

नई दिल्ली, 10 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली पुलिस के मध्य जिले के हौज काजी थाने की टीम ने एक भयंकर अपराधी को गिरफ्तार किया है, जो हत्या के एक खतरनाक प्रयास में शामिल था। आरोपी के पास से एक सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौल, मैगजीन और छह जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं।

यह गिरफ्तारी पुरानी दुश्मनी के चलते हुए हमले की जांच के दौरान हुई, जिसमें शिकायतकर्ता पर तेजाब से हमला और गोली चलाने का प्रयास किया गया था। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है और आगे की पूछताछ जारी है।

घटना 29 सितंबर को शाम करीब छह बजे हौज काजी इलाके में हुई। शिकायतकर्ता फैजुद्दीन ने बताया कि अमन उर्फ बिट्टू जीशान और उसके साथियों ने पुराने पैसे के विवाद को लेकर उस पर हमला बोला।

उन्होंने फैजुद्दीन के साथ दुर्व्यवहार किया, लाठियों से पीटा और तेज धार वाले हथियार से उस पर वार किए, जिससे खून बहने लगा। हमलावरों ने उसे बेरहमी से पीटा। इस दौरान अमन ने पिस्तौल निकाली और गोली चला दी, लेकिन पीड़ित किसी तरह बच गया।

पीसीआर कॉल पर पहुंची पुलिस ने फैजुद्दीन को घायल अवस्था में एलएनजेपी अस्पताल भेजा। घटनास्थल से एक कारतूस का खोखा बरामद कर केस प्रॉपर्टी बनाया गया। क्राइम टीम ने जांच की और एमएलसी रिपोर्ट में बाईं भौंह पर गंभीर घाव, नाक से खून और सूजन दर्ज की गई। इसके आधार पर एफआईआर संख्या 303/25 धारा 109(1)/3(5) बीएनएस के तहत दर्ज की गई।

जांच के दौरान पुलिस ने स्पेशल स्टाफ और हौज काजी थाने की संयुक्त टीम गठित की। सहायक पुलिस आयुक्त सुलेखा जगरवार के पर्यवेक्षण में इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह के नेतृत्व में टीम में एसआई ओमकांत, एएसआई संजीव, हेड कांस्टेबल भागीरथ, संजय नैन, कांस्टेबल गणेश और हरेंद्र शामिल थे। पूछताछ में पता चला कि मुख्य आरोपी रमीस उर्फ रमीज उर्फ छोटा नवाब को 2 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। उससे पूछताछ से खुलासा हुआ कि हथियार की सप्लाई उत्तर प्रदेश के मुरादनगर थाने के हिस्ट्रीशीटर नदीम उर्फ घोड़ा ने की थी।

वहीं, नदीम एक खूंखार अपराधी है, जो यमुना पार इलाके के अपराधियों को हथियार मुहैया कराता है। उसके खिलाफ मुरादनगर और चंडीगढ़ में हत्या, हत्या के प्रयास, डकैती, लूट, आर्म्स एक्ट, फिरौती के लिए अपहरण, दंगे और गैंगस्टर एक्ट जैसे 15 से अधिक मामले दर्ज हैं। 5 अक्टूबर को गुप्त सूचना मिली कि नदीम सीलमपुर इलाके में घूम रहा है। टीम ने गौतमपुरी में छापेमारी की और उसे धर दबोचा। तलाशी में उसके कब्जे से .32 बोर की सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौल, एक मैगजीन और छह जिंदा कारतूस बरामद हुए। पूछताछ में उसने अपने जुर्म कबूल किए।

पुलिस आगे की जांच कर रही है और अन्य आरोपियों को भी पकड़ने के प्रयास में जुटी है।

Point of View

NationPress
28/11/2025

Frequently Asked Questions

इस गिरफ्तारी का कारण क्या था?
गिरफ्तारी पुरानी दुश्मनी के चलते हुए हत्या के प्रयास के एक मामले में की गई थी।
आरोपी के पास से क्या बरामद हुआ?
आरोपी के पास से एक सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौल, मैगजीन और छह जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं।
पुलिस ने इस मामले में क्या कार्रवाई की?
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की पूछताछ जारी है।
क्या यह मामला संगठित अपराध से जुड़ा है?
हां, आरोपी के पीछे एक संगठित अपराधी नेटवर्क है, जो हथियारों की सप्लाई करता है।
इस मामले में और कौन-कौन आरोपी हैं?
मामले में मुख्य आरोपी के अलावा अन्य आरोपियों की पहचान की जा रही है।
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