क्या दिल्ली में कांवड़ यात्रा के रास्तों पर मीट की दुकानें बंद होंगी?

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क्या दिल्ली में कांवड़ यात्रा के रास्तों पर मीट की दुकानें बंद होंगी?

सारांश

दिल्ली में कांवड़ यात्रा के मार्गों पर मीट की दुकानों को बंद करने की मांग बढ़ती जा रही है। भाजपा विधायक तरविंदर सिंह मारवाह ने आश्वासन दिया है कि जहां से यात्रा निकलेगी, वहां मीट की दुकानें बंद कराई जाएंगी। क्या यह मांग पूरी होगी?

Key Takeaways

  • कांवड़ यात्रा के मार्गों पर मीट की दुकानें बंद करने की मांग बढ़ रही है।
  • भाजपा विधायक तरविंदर सिंह मारवाह इस मुद्दे की पैरवी कर रहे हैं।
  • गृह मंत्री से बैठक की योजना है।
  • धार्मिक भावनाओं का सम्मान करना महत्वपूर्ण है।
  • अगले सालों में यह स्थिति देखने को मिल सकती है।

नई दिल्ली, 7 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली में कांवड़ यात्रा के मार्गों पर मीट शॉप को बंद करने की मांग तेजी पकड़ रही है। इसी सिलसिले में जंगपुरा से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक तरविंदर सिंह मारवाह ने सोमवार को कहा कि दिल्ली में जहां से कांवड़ यात्रा शुरू होगी, वहां हर हाल में मीट की दुकानें बंद कराई जाएंगी।

इस विषय में तरविंदर सिंह मारवाह ने हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को पत्र भेजा था।

उन्होंने अनुरोध किया कि कांवड़ यात्रा के दौरान दिल्ली में मांस और शराब की दुकानों को अस्थायी रूप से बंद किया जाए। भाजपा विधायक ने सोमवार को बताया कि वे इस मांग को लेकर गृह मंत्री से मिलने जा रहे हैं।

तरविंदर सिंह मारवाह ने कहा, "कांवड़ यात्रा में गौमुख या हरिद्वार से अमृत (गंगाजल) लाकर मंदिरों में चढ़ाया जाता है। श्रद्धालु कष्ट सहन करते हुए कांवड़ लाते हैं। हम नैतिकता के साथ तय करेंगे कि जहां से कांवड़ यात्रा निकलेगी, वहां मीट की दुकान बंद कराई जाए।"

भाजपा विधायक ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा, "जैसा कि हमने नवरात्रि के दौरान देखा, 9 दिनों तक 70-80 प्रतिशत दुकानें दिल्ली में बंद रहीं। इसी तरह कांवड़ यात्रा के दौरान मीट शॉप बंद करने का विचार किया जाना चाहिए।"

भाजपा विधायक ने कहा, "मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल ने आश्वासन दिया है कि वे इस विषय पर विचार कर रहे हैं। मैं गृह मंत्री से मिलने जा रहा हूं। हमें देखना है कि कितनी सफलता मिलती है। हालांकि, अगले दो-तीन सालों में यह सुनिश्चित होगा कि कांवड़ यात्रा के मार्गों पर मीट और शराब की दुकानें बंद रहेंगी।"

अपनी अगली रणनीति के बारे में बताते हुए तरविंदर सिंह मारवाह ने कहा, "इस बार नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए हम सुनिश्चित करेंगे कि जहां-जहां से कांवड़ यात्रा निकलेगी, वहां मीट की दुकानें बंद की जाएं। यदि सरकार आदेश जारी नहीं करती है, तो हम अपने कार्यकर्ताओं के साथ जाएंगे और लोगों से दुकानें बंद करने का अनुरोध करेंगे।"

Point of View

हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि धार्मिक भावनाओं का सम्मान करना आवश्यक है। कांवड़ यात्रा जैसे अवसरों पर लोगों की भावनाओं को समझना और उन्हें ध्यान में रखना चाहिए। हालांकि, यह भी महत्वपूर्ण है कि किसी भी निर्णय में सभी समुदायों की आवाज सुनी जाए।
NationPress
05/09/2025

Frequently Asked Questions

कांवड़ यात्रा के दौरान मीट की दुकानें क्यों बंद की जाएंगी?
कांवड़ यात्रा धार्मिक भावना से जुड़ी होती है, और विधायक का मानना है कि इससे श्रद्धालुओं की भावनाओं का सम्मान होगा।
क्या यह मांग पहले भी उठाई गई है?
हां, पहले भी धार्मिक अवसरों पर दुकानों के बंद होने की मांग की जाती रही है, जैसे नवरात्रि के दौरान।