क्या मोती नगर में मालिक के 18.25 लाख रुपए लेकर भागा कर्मचारी पकड़ा गया?

सारांश
Key Takeaways
- पुलिस की सक्रियता ने मामले को जल्दी सुलझाने में मदद की।
- आरोपी को पकड़ने में खुफिया जानकारी का उपयोग किया गया।
- बरामद राशि से मालिक को काफी राहत मिली।
- कर्मचारियों की विश्वासworthiness पर सवाल उठता है।
- कानून की पकड़ हमेशा मजबूत रहती है।
नई दिल्ली, 10 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली के मोती नगर थाना क्षेत्र में 18.25 लाख रुपए लेकर भागने वाले कर्मचारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी के पास से 17.65 लाख कैश भी बरामद किया है।
यह घटना 6 अक्टूबर को हुई, जब गुरुग्राम के डीएलएफ फेज-1 निवासी अजय सतीजा ने मोती नगर थाने में शिकायत की। उन्होंने बताया कि वे रामा रोड औद्योगिक क्षेत्र, मोती नगर में केमिकल सेंटर नामक कार्यालय चलाते हैं। 3 अक्टूबर को उन्होंने अपने कर्मचारी संदीप कुमार सिंह को 18.25 लाख रुपए देकर उनके भाई के अशोक विहार स्थित घर भेजा था, लेकिन संदीप न तो वहां पहुंचा और न ही वापस लौटा। उनका मोबाइल भी बंद मिला।
संदीप पिछले 15 वर्षों से उनके साथ काम कर रहा था और कैश जमा करने का कार्य करता था। शिकायत के बाद मोती नगर थाने में मामला दर्ज हुआ और एएसआई दीपक सैनी ने जांच शुरू की।
इंस्पेक्टर वरुण दलाल के नेतृत्व में और एसीपी शिवम के पर्यवेक्षण में एएसआई दीपक सैनी, एएसआई राजेंद्र, एचसी पवन और एचसी राजेंद्र की एक टीम बनाई गई।
टीम ने संदीप (38) के गृहनगर फिरोजाबाद (उत्तर प्रदेश) और फिर दिल्ली के हर्ष विहार में स्थानीय पते के बारे में खुफिया जानकारी जुटाई। सूचना मिलते ही पुलिस ने गगन सिनेमा, हर्ष विहार के पास से संदीप को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में संदीप ने कहा कि उसने चोरी की रकम को घर पर काले बैग में छिपाया था। उसके बयान के आधार पर पुलिस ने उसके घर से 17,65,500 कैश बरामद किया।
शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने जो सक्रियता दिखाई, उसकी वजह से केस जल्द सॉल्व हो गया।
पुलिस की त्वरित और पेशेवर कार्रवाई से न केवल आरोपी को पकड़ा गया, बल्कि चोरी की रकम का अधिकांश हिस्सा भी वापस मिल गया। इस उपलब्धि के लिए पुलिस उपायुक्त पश्चिम जिला, दिल्ली शरद भास्कर ने टीम की प्रशंसा की है।