क्या दिल्ली में पुलिस और बदमाश के बीच मुठभेड़ हुई?
सारांश
Key Takeaways
- विकास बग्गा को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया।
- पुलिस ने जवाबी फायरिंग की थी।
- गिरफ्तारी से अनिल छिपी गैंग की गतिविधियों का खुलासा होने की उम्मीद है।
- पुरानी दुश्मनी के चलते किशनगढ़ में हत्या हुई।
- पुलिस लगातार विकास की तलाश कर रही थी।
दिल्ली, 28 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के द्वारका क्षेत्र में स्पेशल स्टाफ पुलिस और गैंगस्टर अनिल छिपी गैंग के मोस्ट वांटेड गुर्गे विकास बग्गा के बीच सोमवार देर रात हिरण कूदना गांव के समीप मुठभेड़ हुई। जवाबी फायरिंग में घायल होने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, विकास बग्गा लंबे समय से दिल्ली और हरियाणा पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था। एक मुखबिर से सूचना मिली थी कि वह द्वारका इलाके में किसी बड़ी वारदात की योजना बना रहा है। इसी सूचना के आधार पर स्पेशल स्टाफ की टीम ने पूरे इलाके को घेर लिया।
जैसे ही विकास बग्गा ने पुलिस को अपने पास आते देखा, उसने फायरिंग कर दी। इसके बाद पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की।
दोनों तरफ से करीब पाँच राउंड गोलियां चलीं, जिसमें पुलिस ने दो और आरोपी ने तीन फायर किए। मुठभेड़ के दौरान जब विकास भागने लगा, तो पुलिस की एक गोली उसके पैर में लगी, जिसके बाद उसे मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया।
घायल बदमाश को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस का कहना है कि विकास बग्गा से पूछताछ के बाद अनिल छिपी गैंग की गतिविधियों के बारे में महत्वपूर्ण खुलासे होने की उम्मीद है। उस पर कई गंभीर अपराधों, जैसे लूट, रंगदारी और अवैध हथियार रखने के मामले दर्ज हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि काफी समय से विकास की तलाश चल रही थी और वह लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था, जिससे उसकी गिरफ्तारी संभव नहीं हो पा रही थी।
इसी क्रम में सोमवार को दिल्ली के किशनगढ़ इलाके में पुरानी दुश्मनी के चलते एक युवक की चाकू मारकर निर्मम हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
नितेश किशनगढ़ का निवासी था और इलाके में छोटे-मोटे कामों से गुजारा करता था। पुलिस के अनुसार, हत्या के पीछे ढाई साल पुरानी रंजिश मुख्य कारण है।
पुलिस ने अपराध स्थल से हत्या में प्रयुक्त चाकू, दोनों आरोपियों के खून से सने कपड़े और मृतक नितेश का मोबाइल बरामद किया था।