क्या दिल्ली मेट्रो विस्तार परियोजना से जीवन आसान होगा और भीड़ कम होगी?
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली मेट्रो का विस्तार यात्रा को सुगम बनाएगा।
- भीड़भाड़ में कमी आएगी।
- पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
- नवीनतम तकनीक से लैस नए स्टेशनों का निर्माण।
- केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार का सहयोग।
नई दिल्ली, २४ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय कैबिनेट ने दिल्ली मेट्रो के चरण ५(ए) परियोजना के तहत तीन नए कॉरिडोर के निर्माण को अनुमोदन प्रदान किया है। इस कदम से राजधानी का मेट्रो नेटवर्क विस्तार पाएगा, यात्रा को सुगम बनाने के साथ-साथ भीड़भाड़ में कमी आने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि दिल्ली के बुनियादी ढांचे को एक विशाल बढ़ावा मिला है। दिल्ली मेट्रो के चरण ५(ए) परियोजना के तहत तीन नए कॉरिडोर की मंजूरी से हमारी राजधानी में मेट्रो नेटवर्क का विस्तार होगा, जिससे जीवन की सुगमता बढ़ेगी और भीड़भाड़ में कमी आएगी।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक्स पर लिखा कि प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने तीन नए दिल्ली मेट्रो कॉरिडोर को मंजूरी दी है, जिनकी कुल लंबाई १६.०७६ किमी है। इस विस्तार का एक प्रमुख आकर्षण सेंट्रल विस्टा कॉरिडोर है, जो सभी कर्तव्य भवनों को निर्बाध मेट्रो कनेक्टिविटी प्रदान करेगा, जिससे कार्यालय जाने वालों और आगंतुकों को घर के दरवाजे तक पहुंच सुनिश्चित होगी। इससे लगभग ६०,००० कार्यालय कर्मचारियों और २ लाख दैनिक यात्रा करने वालों को लाभ होने की आशा है।
ये कॉरिडोर यात्रा को काफी हद तक बढ़ाएंगे, यातायात की भीड़ और प्रदूषण को कम करेंगे, जीवाश्म ईंधन की खपत को घटाएंगे और राष्ट्रीय राजधानी में निवासियों और यात्रियों के लिए समग्र रूप से जीवन को आसान बनाएंगे।
दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता ने मेट्रो के इस कॉरिडोर को कैबिनेट की मंजूरी मिलने पर कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी का विकसित दिल्ली के निर्माण की दिशा में एक ऐतिहासिक और दूरगामी कदम है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दिल्ली सीएम ने लिखा कि इस विस्तार के साथ दिल्ली मेट्रो नेटवर्क ४०० किलोमीटर के महत्वपूर्ण मील के पत्थर को पार करेगा, जो राष्ट्रीय राजधानी की शहरी कनेक्टिविटी को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा। यह महत्वपूर्ण निर्णय दिल्लीवासियों के लिए सुरक्षित, सुगम और तीव्र परिवहन सुनिश्चित करेगा तथा ‘ईज ऑफ लिविंग’ के संकल्प को सशक्त रूप से साकार करने में भी अहम भूमिका निभाएगा।
उन्होंने आगे लिखा, "१३ नए अत्याधुनिक स्टेशनों वाला यह विस्तार सड़क यातायात पर बढ़ते दबाव को कम करने, यात्रियों के समय की बचत करने तथा पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण में कमी लाने में महत्वपूर्ण योगदान देगा। ‘विकसित भारत’ के संकल्प को साकार करते हुए शहरी बुनियादी ढांचे को विश्वस्तरीय बनाने हेतु किए जा रहे इस सतत सहयोग के लिए दिल्ली की जनता की ओर से प्रधानमंत्री का हृदय से धन्यवाद एवं आभार।"
केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा मंजूर तीन नए कॉरिडोर में आरके आश्रम मार्ग से इंद्रप्रस्थ (९.९१३ किमी), एयरोसिटी से आईजीडी एयरपोर्ट टर्मिनल-१ (२.२६३ किमी) और तुगलकाबाद से कालिंदी कुंज (३.९ किमी) शामिल हैं। कुल १६.०७६ किलोमीटर लंबाई वाले इस प्रोजेक्ट पर १२,०१४.९१ करोड़ रुपए की लागत आएगी, जिसे भारत सरकार, दिल्ली सरकार और अंतरराष्ट्रीय फंडिंग एजेंसियों के सहयोग से पूरा किया जाएगा।