क्या दिल्ली-एनसीआर में ड्रग सिंडिकेट पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई हुई है?
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली पुलिस ने ड्रग सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया।
- दो सगे भाई गिरफ्तार किए गए।
- 1.068 किलो चरस बरामद की गई।
- नशीली सामग्री की सप्लाई में कार का उपयोग हो रहा था।
- पुलिस की जीरो-टॉलरेंस पॉलिसी जारी है।
नई दिल्ली, 20 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच (एनआर-2) ने ड्रग तस्करी के खिलाफ एक महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। टीम ने दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय एक ड्रग सिंडिकेट का पर्दाफाश किया है, जिसमें चरस, टीएचसी और ओजी जैसी नशीली सामग्रियों की कमर्शियल क्वांटिटी बरामद की गई है। इसके साथ ही, तस्करी में उपयोग की जाने वाली कार भी जब्त की गई है।
इस कार्रवाई में दो आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं, जो सगे भाई हैं। उनकी पहचान ऋतांशु गुंड (25) और रिद्म गुंड (20) के रूप में हुई है, जो दिल्ली के हरि नगर इलाके के निवासी हैं। पुलिस के अनुसार, दोनों भाई दिल्ली-एनसीआर में नशीले पदार्थों की सप्लाई के लिए एक कार का इस्तेमाल कर रहे थे।
क्राइम ब्रांच ने कहा है कि उनकी टीम रोहिणी सेक्टर-18 में लंबे समय से सक्रिय ड्रग पैडलर्स पर नजर रख रही थी। 17 दिसंबर को एक गुप्त सूचना मिली कि टीहार जेल रोड, जनकपुरी इलाके में कार के जरिए नशीला पदार्थ सप्लाई किया जा रहा है। पुलिस ने इंस्पेक्टर संदीप तुशीर की निगरानी में एक विशेष टीम बनाई। जब टीम ने जेल रोड पर संदिग्ध कार को रोकने का इशारा किया, तो ड्राइवर ने तेजी से गाड़ी भगाने की कोशिश की। लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया और दोनों युवकों को मौके पर गिरफ्तार कर लिया।
तलाशी के दौरान, आरोपियों के पास से पुलिस ने 1.068 किलो चरस, 98 ग्राम टीएचसी और 174 ग्राम ओजी बरामद किया। इसके अलावा, कार को भी जब्त कर लिया गया, जिसका उपयोग ड्रग्स की सप्लाई के लिए किया जा रहा था। इस मामले में एफआईआर संख्या 365/25 दर्ज की गई है, जिसमें एनडीपीएस एक्ट की धाराएं 20/25/29 लगाई गई हैं। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की पूछताछ शुरू कर दी गई है।
ऋतांशु गुंड हरि नगर, दिल्ली का निवासी है और ग्रेजुएट है। वह अपने पिता के भारी वाहनों के स्पेयर पार्ट्स के व्यवसाय में मदद करता था। वह अविवाहित है और पहले भी एक आपराधिक मामले में शामिल रह चुका है। पैसों की लालच में उसने ड्रग्स की तस्करी का रास्ता अपनाया। उसका सगा भाई रिदम गुंड भी ग्रेजुएट है और वर्तमान में हरियाणा के सोहना स्थित एक कॉलेज में दूसरे वर्ष की पढ़ाई कर रहा है। पैसे कमाने की चाहत में उसने भी अपने बड़े भाई के साथ मिलकर ड्रग्स की तस्करी शुरू कर दी।
प्रेस नोट में कहा गया है कि इस ऑपरेशन से दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दिल्ली-एनसीआर में काम कर रहे एक नारकोटिक्स सिंडिकेट को बड़ा झटका दिया है। साथ ही, दिल्ली पुलिस नशीले पदार्थों के खिलाफ अपनी जीरो-टॉलरेंस पॉलिसी को दोहराती है और समाज, विशेषकर युवाओं को नशीले पदार्थों के खतरों से बचाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।