दिल्ली: क्या न्यू सीलमपुर में तेज रफ्तार मिनी ट्रक ने कहर बरपाया?

सारांश
Key Takeaways
- न्यू सीलमपुर में हुए हादसे ने कई लोगों को घायल किया।
- तेज रफ्तार ट्रक की अनियंत्रित स्थिति मुख्य कारण थी।
- स्थानीय निवासियों ने तत्परता से घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
- पुलिस ने चालक को गिरफ्तार कर लिया और ट्रक को जब्त कर लिया।
- सड़क सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।
नई दिल्ली, 22 जून (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर पूर्वी दिल्ली के यमुनापार क्षेत्र में स्थित न्यू सीलमपुर में शनिवार रात को एक भयानक दुर्घटना घटी। सीलमपुर चौक को पार करते समय एक तेज रफ्तार टाटा 407 मिनी ट्रक अनियंत्रित हो गया। यह ट्रक डिवाइडर की लोहे की ग्रिल को तोड़ते हुए सड़क किनारे खड़ी एक कार से जोरदार टक्कर मार गया। इस हादसे में 4 से 5 लोग गंभीर रूप से घायल हुए।
घायलों को इलाज के लिए जगप्रवेश चंद्र अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें एलएनजेपी (लोक नायक जय प्रकाश नारायण) अस्पताल रेफर कर दिया। स्थानीय निवासियों ने चालक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ट्रक को अपने कब्जे में ले लिया।
गवाहों के अनुसार, यह हादसा दिल्ली जल बोर्ड के दफ्तर के सामने हुआ। ट्रक ने पहले डिवाइडर की ग्रिल को तोड़ा, फिर सड़क किनारे खड़ी कार को टक्कर मारी और इसके बाद सड़क किनारे सत्य नारायण कुल्फी की रेहड़ी के पास खड़े लोगों को कुचल दिया। हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत घायलों को पास के शास्त्री पार्क स्थित जगप्रवेश चंद्र अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने घायलों की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें तुरंत एलएनजेपी अस्पताल रेफर कर दिया।
स्थानीय निवासियों ने हादसे के बाद ट्रक चालक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने मौके से ट्रक को जब्त कर लिया है और चालक को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, ट्रक की तेज रफ्तार और चालक की लापरवाह ड्राइविंग हादसे का कारण हो सकती है। लोगों ने बताया कि अगर यह मिनी ट्रक कार से पहले नहीं टकराई होती तो मौके पर ही कई लोगों की जान जा सकती थी।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि न्यू सीलमपुर जैसे व्यस्त इलाकों में तेज रफ्तार वाहनों पर नियंत्रण के लिए और सख्त कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है और घायलों के स्वास्थ्य की स्थिति पर नजर रखी जा रही है।