क्या दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 100 करोड़ रुपए की ड्रग्स पकड़ी और चार तस्कर गिरफ्तार किए?
सारांश
Key Takeaways
- 105 करोड़ रुपए की ड्रग्स बरामद की गई।
- चार तस्कर गिरफ्तार किए गए।
- मोबाइल ड्रग्स फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ।
- पुलिस ने नए साल की पार्टियों में सप्लाई को रोका।
- तस्करों के विदेशी कनेक्शन की जांच जारी है।
नई दिल्ली, 19 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने नए साल से पहले एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। 'ऑपरेशन न्यू ईयर' के तहत चलाए गए अभियान में पुलिस ने लगभग 105 करोड़ रुपए की ड्रग्स बरामद की है। यह ड्रग्स (मेथाम्फेटामाइन्स) रेव पार्टियों और बड़े सेलिब्रेशन में व्यापक रूप से इस्तेमाल की जाती है।
पुलिस ने चार तस्करों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से तीन को दिल्ली से और एक को बेंगलुरु से पकड़ा गया है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इन लोगों ने दिल्ली में एक मोबाइल ड्रग्स मैन्युफैक्चरिंग यूनिट (फैक्ट्री) स्थापित की थी। यह फैक्ट्री एक चलते-फिरते ट्रक में छिपाई गई थी, जिसका पुलिस ने भंडाफोड़ कर दिया है।
स्पेशल सेल के डीसीपी प्रशांत गौतम ने जानकारी दी कि यह खेप नए साल की पार्टियों में सप्लाई की जानी थी। मेथाम्फेटामाइन्स की यह बड़ी मात्रा विदेश से मंगवाई गई थी और इसका नेटवर्क अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैला हुआ है। पुलिस अभी इन तस्करों के विदेशी कनेक्शन की गहराई से जांच कर रही है।
पुलिस के सूत्रों के अनुसार, पकड़ी गई ड्रग्स की बाजार कीमत 105 करोड़ रुपए से अधिक है। आरोपी लंबे समय से दिल्ली-एनसीआर में ड्रग्स का कारोबार कर रहे थे और युवाओं को निशाना बना रहे थे। ट्रक में बनी यह मोबाइल लैब इतनी खतरनाक थी कि इसे कहीं भी खड़ा करके कुछ ही घंटों में ड्रग्स तैयार की जा सकती थी।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा ने स्पेशल सेल की टीम को इस सफलता के लिए बधाई दी है। उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ दिल्ली पुलिस का अभियान और तेज होगा, ताकि राजधानी को ड्रग्स मुक्त बनाया जा सके।
पुलिस का दावा है कि इस कार्रवाई से नए साल की कई बड़ी रेव पार्टियों में ड्रग्स की सप्लाई पर पूरी तरह रोक लग गई है। फिलहाल, चारों आरोपी पुलिस रिमांड पर हैं और इनसे पूछताछ जारी है।