क्या दिल्ली पुलिस ने 16 लाख के निवेश घोटाले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया?

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क्या दिल्ली पुलिस ने 16 लाख के निवेश घोटाले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया?

सारांश

दिल्ली पुलिस ने एक बड़े निवेश घोटाले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों ने एक व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से लोगों को 300 प्रतिशत मुनाफे का लालच देकर 16 लाख रुपए की ठगी की थी। जानिए इस मामले की पूरी कहानी और पुलिस की कार्रवाई के बारे में।

Key Takeaways

  • दिल्ली पुलिस ने चार साइबर धोखेबाजों को गिरफ्तार किया।
  • धोखाधड़ी के तरीके में व्हाट्सएप ग्रुप का उपयोग किया गया।
  • आरोपियों ने 16 लाख रुपए की ठगी की।
  • पुलिस ने तकनीकी सर्विलांस के माध्यम से जांच की।
  • इस गिरोह के खिलाफ 163 से अधिक शिकायतें दर्ज की गई हैं।

नई दिल्ली, 10 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पुलिस ने बुधवार को 16 लाख रुपए के निवेश घोटाले में शामिल चार धोखेबाजों को गिरफ्तार किया है।

दक्षिण पश्चिम जिला पुलिस द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि साइबर पुलिस स्टेशन की एक टीम ने चार साइबर धोखेबाजों, जिनमें मनीष दिलीप भाई कोष्टी (37), मोहम्मद जैद ए सिदी (28), मोहम्मद एजाज खिमाणी (35) और शेख अबरार (27) शामिल हैं, को गिरफ्तार किया। ये सभी अहमदाबाद, गुजरात के निवासी हैं। इस गिरफ्तारी के साथ ही अपराध में इस्तेमाल किए गए कुल छह मोबाइल फोन, छह डेबिट कार्ड और आठ सिम कार्ड भी बरामद किए गए।

दिल्ली के पालम कॉलोनी के ए. कुमार से एनसीआरपी के माध्यम से पुलिस को एक शिकायत मिली, जिसमें उन्होंने बताया कि उन्हें "71 एबॉट" नामक एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया था। ग्रुप के एडमिन और सदस्यों ने एक निवेश फर्म के प्रतिनिधियों के रूप में पहचान बनाई और उन्हें 300 प्रतिशत मुनाफे का लालच दिया। इसके बाद उन्होंने विभिन्न चरणों में कई पेमेंट करने के लिए उकसाया और अंततः उनसे 16 लाख रुपए की ठगी की।

शिकायत के आधार पर पुलिस ने 27 अक्टूबर को मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी।

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, शिकायत दर्ज होने के बाद इंस्पेक्टर प्रवेश कौशिक के नेतृत्व में एक विशेष टीम ने तकनीकी सर्विलांस और डिजिटल फुटप्रिंट्स के आधार पर जांच की। जांच के दौरान यह पता चला कि ठगी की गई रकम का एक हिस्सा यूसीओ बैंक और आरबीएल बैंक के खातों के माध्यम से भेजा गया था।

इस राशि को बाद में क्रेडिट और रेजरपे जैसे पेमेंट गेटवे के जरिए मनीष कोष्टी के एचडीएफसी बैंक के खाते में जमा किया गया। पुलिस ने अहमदाबाद में एक छापे के दौरान मनीष कोष्टी को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह 5 प्रतिशत कमीशन पर ठगी की गई रकम को क्रेडिट कार्ड बिल भुगतान के जरिए ठिकाने लगाता था। मनीष ने अन्य तीन आरोपियों के नाम भी बताए, जिसके बाद पुलिस ने मोहम्मद जैद, मोहम्मद एजाज और शेख अबरार को भी गिरफ्तार किया।

यह गिरोह पहले मोबाइल फोन खरीदने और बेचने का काम करता था, लेकिन बाद में अहमदाबाद में एक ऑफिस खोलकर क्रेडिट कार्ड बिल भुगतान, यूएसडीटी की खरीद-बिक्री और अन्य तरीकों से ठगी की गई रकम को सेटल करता था। आरोपी हर ट्रांजैक्शन पर 5 प्रतिशत कमीशन लेते थे, जो सभी सदस्यों के बीच बांटा जाता था।

जांच में यह भी पता चला कि इस गिरोह के खिलाफ विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 163 से अधिक शिकायतें दर्ज की गई हैं।

Point of View

जिसमें धोखाधड़ी करने वालों ने भोले-भाले लोगों को अपनी जाल में फंसाया। ऐसी घटनाएं समाज में विश्वास को कमजोर करती हैं। पुलिस की इस कार्रवाई से यह संदेश मिलता है कि धोखाधड़ी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
NationPress
10/12/2025

Frequently Asked Questions

दिल्ली पुलिस ने कितने आरोपियों को गिरफ्तार किया?
दिल्ली पुलिस ने 16 लाख के निवेश घोटाले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
अपराधियों ने कितनी रकम की ठगी की?
अपराधियों ने 16 लाख रुपए की ठगी की।
ये आरोपी किस शहर के निवासी हैं?
ये सभी आरोपी अहमदाबाद, गुजरात के निवासी हैं।
किस प्रकार से ठगी की गई?
ठगी व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से 300 प्रतिशत मुनाफे का लालच देकर की गई।
पुलिस ने कितनी शिकायतें दर्ज की हैं?
इस गिरोह के खिलाफ विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 163 से अधिक शिकायतें दर्ज की गई हैं।
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