क्या दिल्ली पुलिस ने 27 लाख की चोरी का मामला सुलझा लिया? लुधियाना से आरोपी गिरफ्तार!

सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली पुलिस ने 27 लाख रुपए की चोरी का मामला सुलझाया।
- आरोपी जितेंद्र मेहता को लुधियाना से गिरफ्तार किया गया।
- 14.05 लाख रुपए नकद बरामद हुए हैं।
- आरोपी का मकसद आसान पैसा कमाना था।
- जांच अभी जारी है।
नई दिल्ली, 22 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली पुलिस की मॉडल टाउन थाना टीम ने एक नौकर द्वारा की गई 27 लाख रुपए की चोरी के मामले को सुलझाते हुए आरोपी जितेंद्र मेहता उर्फ जीत को लुधियाना से गिरफ्तार किया है। जांच के दौरान पुलिस ने 14.05 लाख रुपए नकद, एक स्कूटी और एक मोबाइल फोन बरामद किया, जो चोरी के पैसों से खरीदा गया था।
इसके अलावा, आरोपी के दो बैंक खातों में 10.50 लाख रुपए फ्रीज किए गए। आरोपी पहली बार अपराध में शामिल पाया गया है और उसका मकसद आसान पैसा कमाकर ऐशो-आराम की जिंदगी जीना था।
18 जुलाई को मॉडल टाउन थाने में गगन विहार निवासी राम कुमार वर्मा ने शिकायत दर्ज की।
उन्होंने बताया कि उनका नौकर जितेंद्र मेहता उर्फ जीत, जो उनकी कंपनी में इक्विटी डीलर था, को मॉडल टाउन-2 स्थित उनके कार्यालय से 27 लाख रुपए लाने की जिम्मेदारी दी गई थी। लेकिन, 15 जुलाई शाम 5 बजे के आसपास, जितेंद्र ने पैसे और स्कूटी लेकर अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया और फरार हो गया।
इस शिकायत के आधार पर मॉडल टाउन थाने में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की गई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए इंस्पेक्टर अशोक गिरी, एसएचओ मॉडल टाउन, के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई, जिसमें इंस्पेक्टर सोमिल शर्मा, सब-इंस्पेक्टर संदीप कुमार, हेड कांस्टेबल सतीश और महिला कांस्टेबल परमेश्वरी शामिल थे।
इसकी निगरानी एसीपी मॉडल टाउन राजीव देशवाल और डीसीपी भिष्म सिंह ने की। टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज की गहन जांच की और तकनीकी निगरानी के साथ-साथ खुफिया जानकारी के आधार पर लुधियाना में आरोपी का पता लगाया।
20 जुलाई को जितेंद्र मेहता उर्फ जीत (37) को लुधियाना से गिरफ्तार किया गया, जब वह अपनी लोकेशन बदलने की कोशिश कर रहा था। पूछताछ में जितेंद्र ने अपराध में अपनी संलिप्तता स्वीकार की।
उसने बताया कि उसने शिकायतकर्ता की स्कूटी लेकर कार्यालय से 27 लाख रुपए लिए और फरार हो गया। पुलिस ने उसके कबूलनामे के आधार पर 14.05 लाख रुपए नकद, अपराध में इस्तेमाल स्कूटी (नंबर डीएल 7एस सीसी 3062) और चोरी के पैसों से खरीदा गया एक मोबाइल फोन बरामद किया।
जांच अभी जारी है ताकि बाकी चोरी की संपत्ति बरामद की जा सके और अन्य संभावित अपराधों में आरोपी की संलिप्तता की जांच की जा सके।