क्या साकेत कोर्ट ने समीर मोदी की पुलिस हिरासत बढ़ाने की याचिका पर फैसला सुरक्षित रखा?

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क्या साकेत कोर्ट ने समीर मोदी की पुलिस हिरासत बढ़ाने की याचिका पर फैसला सुरक्षित रखा?

सारांश

साकेत कोर्ट ने समीर मोदी की पुलिस हिरासत बढ़ाने की याचिका पर निर्णय सुरक्षित रखा। यह मामला 2019 के बलात्कार आरोपों से संबंधित है, जिसमें समीर मोदी पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। क्या यह मामला और भी गहराएगा?

Key Takeaways

  • समीर मोदी पर गंभीर आरोप लगे हैं।
  • साकेत कोर्ट ने हिरासत बढ़ाने की याचिका पर फैसला सुरक्षित रखा।
  • दिल्ली पुलिस ने मामले की गहन जांच की आवश्यकता जताई है।
  • समीर के वकील ने इसे जबरन वसूली का षड्यंत्र बताया।
  • मामला 2019 के बलात्कार केस से संबंधित है।

नई दिल्ली, 19 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भगोड़े कारोबारी ललित मोदी के भाई और मोडिकेयर के प्रबंध निदेशक समीर मोदी के बलात्कार मामले में साकेत कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने दिल्ली पुलिस द्वारा तीन दिन की अतिरिक्त पुलिस हिरासत के लिए की गई याचिका पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है।

यह मामला 2019 का पुराना बलात्कार केस है, जिसमें समीर मोदी पर एक महिला ने गंभीर आरोप लगाए हैं। दिल्ली पुलिस ने जानकारी दी कि 10 सितंबर 2025 को न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (बलात्कार) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी। पीड़िता का कहना है कि समीर मोदी ने 2019 से उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए, जो सहमति से शुरू हुए लेकिन बाद में धोखे और धमकी से भरे हो गए।

महिला ने आरोप लगाया कि समीर ने उसे और उसके परिवार को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी, जबकि झूठे वादे करते रहे। पुलिस का कहना है कि मामले की गहन जांच के लिए तीन दिन की हिरासत जरूरी है, ताकि आरोपी से और पूछताछ हो सके।

18 सितंबर को समीर मोदी को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से हिरासत में लिया गया था। वे यूरोप की व्यावसायिक यात्रा से लौट रहे थे, जब लुकआउट सर्कुलर के तहत उन्हें रोक लिया गया। थाने ले जाए जाने के बाद कोर्ट में पेशी हुई, जहां एक दिन की पुलिस हिरासत दी गई।

समीर के वकील ने आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए बताया कि यह सब जबरन वसूली का षड्यंत्र है। उन्होंने दावा किया कि अगस्त 2025 में समीर ने खुद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उसी महिला पर 50 करोड़ रुपए की मांग करने और ब्लैकमेल का आरोप लगाया गया। वकील ने व्हाट्सएप चैट्स का हवाला देते हुए कहा कि शिकायत दुर्भावनापूर्ण है और समीर को फंसाने की साजिश रची गई।

Point of View

हम इस मामले को गंभीरता से लेते हैं। यह मामला न केवल एक व्यक्ति की गरिमा का सवाल है, बल्कि कानून और न्याय प्रणाली की भी परीक्षा है। हमें उम्मीद है कि न्यायपालिका इस मामले में निष्पक्षता से कार्य करेगी और सच्चाई का पता लगाएगी।
NationPress
19/09/2025

Frequently Asked Questions

समीर मोदी को कब हिरासत में लिया गया?
समीर मोदी को 18 सितंबर को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से हिरासत में लिया गया।
क्या आरोप हैं समीर मोदी पर?
समीर मोदी पर एक महिला ने बलात्कार और आपराधिक धमकी के गंभीर आरोप लगाए हैं।
साकेत कोर्ट ने क्या निर्णय लिया?
साकेत कोर्ट ने पुलिस हिरासत बढ़ाने की याचिका पर अपना फैसला सुरक्षित रखा है।
समीर मोदी के वकील का क्या कहना है?
समीर मोदी के वकील ने आरोपों को खारिज करते हुए इसे जबरन वसूली का षड्यंत्र बताया है।
क्या यह मामला और जटिल हो सकता है?
जी हां, यह मामला आगे और जटिल हो सकता है, क्योंकि इसमें कई पहलू जुड़े हुए हैं।