क्या राहुल गांधी चाहते हैं कि घुसपैठियों के नाम वोटर लिस्ट से न हटाए जाएं?
सारांश
Key Takeaways
- घुसपैठियों के नाम वोटर लिस्ट में बने रहने की कोशिश
- राहुल गांधी के बयान को अवसरवादी करार दिया गया
- आयुर्वेद की वैश्विक पहचान को बढ़ावा
नई दिल्ली, 19 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रतापराव जाधव ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के वोट चोरी के बयान पर तीखा पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और इंडी अलायंस चाहते हैं कि घुसपैठियों के नाम वोटर लिस्ट से न हटाए जाएं, इसलिए वे लगातार उनके हक में आवाज उठा रहे हैं।
मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि घुसपैठिए राहुल गांधी का वोट बैंक हैं, और इसी वजह से वे संवैधानिक संस्थाओं को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। वे बिना सोचे-समझे बयान देते हैं।
लोकसभा चुनाव 2024 का जिक्र करते हुए प्रतापराव जाधव ने कहा कि कांग्रेस और इंडिया गठबंधन ने महाराष्ट्र में सबसे अधिक सीटें जीती थीं, तब राहुल गांधी ने नहीं पूछा कि उनका गठबंधन इतनी सीटें कैसे जीत गया।
जाधव ने राहुल के बयान को अवसरवादी बताते हुए कहा कि विपक्ष केवल हार की आशंका में संवैधानिक संस्थाओं जैसे चुनाव आयोग पर हमला कर रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल का 'वोट चोरी' का बयान घुसपैठियों को वोटर लिस्ट में बनाए रखने की साजिश का हिस्सा है, ताकि इंडिया गठबंधन का वोट बैंक सुरक्षित रहे।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 के बाद महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस सहित तत्कालीन सरकार ने छह महीनों में योजनाओं की बौछार कर दी। हमारे कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर योजनाओं की जानकारी दे रहे थे। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में इसका सकारात्मक परिणाम मिला और हमें बंपर बहुमत प्राप्त हुआ।
मंत्री ने कहा कि जब भी एनडीए चुनाव जीतती है, तो विपक्ष का दावा होता है कि वोट चोरी हो गई या ईवीएम हैक हो गई, लेकिन जब वे खुद चुनाव जीतते हैं, तो ईवीएम ठीक रहती है।
कर्नाटक चुनाव का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव जीता, मगर राहुल गांधी ने वहाँ वोट चोरी का आरोप नहीं लगाया। राहुल द्वारा चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोप केवल वोटर लिस्ट में घुसपैठियों को बनाए रखने की कोशिश हैं, ताकि उनका वोट बैंक जिंदा रहे।
आयुर्वेद दिवस का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इस वर्ष का विषय है आयुर्वेद फॉर पीपल एंड प्लैनेट, जो हमें यह याद दिलाता है कि आयुर्वेद केवल व्यक्ति की नहीं बल्कि संपूर्ण पृथ्वी की सेहत के लिए भी महत्वपूर्ण है। आगामी 23 सितंबर को गोवा स्थित ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद में आयुर्वेद दिवस का भव्य आयोजन होगा। यह अवसर हमारे लिए गर्व का विषय है कि भारत की पारंपरिक चिकित्सा पद्धति विश्व स्तर पर नई ऊंचाइयों पर पहुँच रही है।
उन्होंने कहा कि यह सब पीएम मोदी के नेतृत्व में संभव हुआ है। उन्होंने आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई है। हम सबका संकल्प है कि आयुर्वेद की इस धरोहर को जन-जन तक पहुँचाएँ और स्वस्थ भारत-स्वस्थ विश्व के निर्माण में योगदान दें।