क्या दिल्ली की सीलमपुर पुलिस ने डकैती केस का सफल खुलासा किया?
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली पुलिस की सफलता से अपराधियों में खौफ पैदा होगा।
- पुलिस की तत्परता से लूट की घटनाओं में कमी आएगी।
- आरोपियों के पूर्व आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी महत्वपूर्ण है।
- सामाजिक सुरक्षा के लिए पुलिस का सहयोग आवश्यक है।
- स्थानीय लोगों को पुलिस के साथ मिलकर काम करने की आवश्यकता है।
नई दिल्ली, २५ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पुलिस ने महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। सीलमपुर पुलिस ने एक लुटेरे को चोरी के सामान के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस ने लूटा गया सामान और स्कूटी भी बरामद की है।
जानकारी के अनुसार, १३ और १४ अक्टूबर की मध्य रात्रि को सीलमपुर पुलिस थाने में डकैती की एक घटना दर्ज की गई थी। जेएमसी वेलकम निवासी शिकायतकर्ता अशरफ (५० वर्ष) ने बताया कि आधी रात के बाद, जब वह वेलकम मेट्रो स्टेशन के पास चार्जिंग हब पर अपना मिनी टेम्पो चार्ज कर रहा था, तभी स्कूटी सवार तीन लोगों ने उसका मोबाइल फोन लूट लिया।
इस क्रम में सीलमपुर पुलिस थाने में धारा ३०९(६)/३(५) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई। जांच के दौरान सीलमपुर थाना इंस्पेक्टर पंकज कुमार के नेतृत्व में एक टीम ने सुराग जुटाए और एक संदिग्ध आरोपी दिनेश (२३ वर्ष), पुत्र कल्लू, निवासी किशन कॉलोनी (प्रह्लादपुर, दिल्ली), को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से लूटा गया मोबाइल फोन बरामद किया है।
पूछताछ के दौरान आरोपी दिनेश ने बताया कि उसने मोबाइल फोन एक जानकार व्यक्ति से खरीदा था। उसकी निशानदेही पर छापेमारी की गई और आरोपी पारस (२९ वर्ष), पुत्र कन्हैया लाल, निवासी झील खुरंजा (गीता कॉलोनी, दिल्ली), को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके पास से अपराध में प्रयुक्त स्कूटी (संख्या डीएल-५एसडीए-१८७८) भी बरामद की गई।
लगातार पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने डकैती में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। सत्यापन से पता चला कि आरोपी पारस का पूर्व आपराधिक रिकॉर्ड रहा है और वह पहले चोरी और आर्म्स एक्ट के उल्लंघन सहित तीन मामलों में शामिल रहा है। आगे की जांच जारी है।
इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए आईएसआईएस से जुड़े दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दोनों संदिग्ध आतंकियों का नाम अदनान है। इनमें से एक दिल्ली का रहने वाला है, जबकि दूसरा मध्य प्रदेश का रहने वाला है।
पुलिस के मुताबिक, दोनों संदिग्ध आतंकियों को फिदायीन हमले की ट्रेनिंग दी जा रही थी और उनका निशाना दिल्ली था। उन्होंने दिल्ली के भीड़भाड़ वाले इलाकों में आईईडी ब्लास्ट जैसे हमले की योजना बनाई थी।
गिरफ्तारी दिल्ली के सादिक नगर और भोपाल से हुई।