क्या स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिल्ली विस्फोट पर केंद्र सरकार से त्वरित कार्रवाई की मांग की?
सारांश
Key Takeaways
- स्वामी प्रसाद मौर्य ने केंद्र सरकार से त्वरित कार्रवाई की मांग की।
- दिल्ली विस्फोट के दोषियों की पहचान नहीं हो पाई है।
- कड़े दंड का प्रावधान होना चाहिए।
- हिंदू राष्ट्र की मांग राष्ट्रद्रोह के दायरे में आती है।
- महत्वपूर्ण समय की बर्बादी ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है।
लखनऊ, १२ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के निकट हाल में हुए विस्फोट के संदर्भ में अपनी जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने केंद्र सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि सरकार की अनावश्यक देरी ने महत्वपूर्ण समय बर्बाद कर दिया है और अभी तक दोषियों की पहचान न होना चिंताजनक है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि सरकार द्वारा कोई बयान देने से पहले ही महत्वपूर्ण समय बर्बाद हो चुका है। स्थिति की गंभीरता के बावजूद दिल्ली विस्फोट के पीछे के अपराधियों की पहचान नहीं हो पाई है, जो अपने आप में अत्यंत चिंताजनक है।
मौर्य ने कहा कि ऐसे जघन्य अपराधों को उजागर करने और दोषियों को सजा दिलाने के लिए केंद्र को तत्काल प्रभाव से कदम उठाना चाहिए। मेरी केंद्र सरकार से मांग है कि ऐसे जघन्य अपराधों का खुलासा कर दोषियों को जेल की सलाखों के पीछे डालें। इससे देश की अस्मिता के साथ खिलवाड़ करने वालों का हौसला टूटेगा। ऐसे अपराधों के लिए कड़े दंड का प्रावधान होना चाहिए।
उन्होंने बिहार चुनाव के एग्जिट पोल पर कहा, "एग्जिट पोल केवल अनुमान है, इसलिए हम अनुमान को अंतिम रिजल्ट नहीं मान सकते हैं। मतगणना तक हमें इंतजार करना होगा और नतीजे जो भी आएं, हमें स्वीकार करना होगा।"
मौर्य ने कहा कि हिंदू राष्ट्र की मांग देश के संविधान और एकता के लिए खतरनाक है। हमारा देश पहले से ही संप्रभु है, अपना संविधान है और भारत की विश्व में अपनी अलग पहचान है। भारत विभिन्न धर्मों, संप्रदायों और पंथों का देश है। ऐसे में हिंदू राष्ट्र की मांग राष्ट्रद्रोह के दायरे में आती है और ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। ये लोग दिल्ली में विस्फोट करने वालों से भी ज्यादा खतरनाक हैं, क्योंकि ये पूरे देश को तोड़ने की बात कर रहे हैं।