क्या देश का माहौल और निजाम बदला? विश्वास सारंग का जवाब

सारांश
Key Takeaways
- देश का माहौल और निजाम बदला है।
- तुष्टिकरण की राजनीति का समय समाप्त हो गया है।
- मौजुदा स्थिति में मुसलमानों की स्थिति को सराहा गया।
- राहुल गांधी की राजनीति पर सवाल उठाए गए।
- बयानबाजी के खिलाफ कड़ी चेतावनी दी गई।
भोपाल, 30 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मौलाना सज्जाद नोमानी के बयान को विघटनकारी करार देते हुए मध्य प्रदेश के सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि देश का माहौल और निजाम दोनों में बदलाव आया है। अब इस तरह की बयानबाजी की कोई गुंजाइश नहीं है।
मौलाना सज्जाद नोमानी के एक हालिया बयान की चौतरफा निंदा हो रही है। इसे लेकर मंत्री विश्वास सारंग ने स्पष्ट किया कि सज्जाद मियां किसी गलतफहमी में न रहें। अब देश का निजाम और माहौल दोनों बदल चुके हैं। यदि ज्यादा बयानबाजी की गई तो सही किया जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि भारत में अब नेहरू परिवार की तुष्टिकरण की राजनीति करने वालों की सरकार नहीं है। यही लोग मुस्लिमों के सबसे बड़े दुश्मन हैं, जो मुसलमानों को बरगलाने का काम करते हैं। इस देश में जितनी अच्छी स्थिति मुसलमानों की है, उतनी कहीं और नहीं है, यहां तक कि पाकिस्तान में भी, जो अपने आप को मुस्लिम देश कहता है।
उन्होंने कहा कि इस तरह की बातों से देश का माहौल बिगड़ने नहीं दिया जाएगा। तुष्टिकरण की राजनीति को आगे बढ़ने नहीं दिया जाएगा। व्यवस्था के खिलाफ बातें करके अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने की कोशिश अब सफल नहीं होगी।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की विदेश यात्रा पर विश्वास सारंग ने तंज कसते हुए कहा कि वह सीरियस व्यक्ति नहीं हैं, उनसे कोई अपेक्षा नहीं की जा सकती है। राहुल गांधी केवल नेशनल हेराल्ड जैसे भ्रष्टाचार के लिए राजनीति कर रहे हैं। कांग्रेस के करोड़ों कार्यकर्ताओं के पसीने पर चलकर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं। उन्हें न तो बिहार से मतलब है और न ही चुनाव से। जब चुनाव हार जाते हैं, तो आयोग पर सवाल उठाते हैं।