क्या धराली आपदा राहत अभियान में 1,273 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया?

सारांश
Key Takeaways
- 1,273 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।
- राहत कार्य में हेलीकॉप्टर का उपयोग किया जा रहा है।
- आपदा के प्रति प्रशासन की तत्परता प्रशंसनीय है।
- भोजन, दवाइयां और प्राथमिक चिकित्सा की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।
- बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग को यातायात के लिए खोल दिया गया है।
देहरादून, 10 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड के धराली क्षेत्र में आई प्राकृतिक आपदा के पश्चात राहत और बचाव कार्य तेजी से संचालित किए जा रहे हैं। प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमों द्वारा हेलीकॉप्टर ऑपरेशन के माध्यम से फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जा रहा है।
अब तक कुल 1,273 लोगों को हेली ऑपरेशन के जरिए सुरक्षित निकाला जा चुका है। इन सभी को धराली और आस-पास के प्रभावित क्षेत्रों से निकालकर तीन मुख्य स्थानों पर लाया गया है। इनमें हरसिल से मातली हेलीपैड, चिन्यालीसौड़ हवाईपट्टी और राजधानी देहरादून शामिल हैं।
उत्तराखंड पुलिस ने इस आपदा से जुड़ी जानकारी साझा करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "राहत की डोर थामे, उम्मीद तक पहुंचते हैं। विपरीत मौसम, कीचड़ और मलबे के बीच धराली में हर कदम उम्मीद की तलाश में बढ़ रहा है। उत्तराखंड पुलिस के जवान, लापता लोगों के संभावित स्थानों को चिन्हित कर, जीवन की हर सांस को बचाने के लिए जुटे हुए हैं।"
एक अन्य पोस्ट में उत्तराखंड पुलिस ने जानकारी दी, "पुलिस के फ्लड कंपनी के जवान आपदाग्रस्त मार्गों का निरीक्षण करते हुए खोज एवं बचाव कार्य हेतु घटनास्थल के लिए पैदल रवाना हो गए हैं। राहत, खोज एवं बचाव कार्य हेतु अतिरिक्त पुलिस बल को धराली/हरसिल भेजा गया है।"
प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि आपदा की शुरुआत के बाद से ही भारतीय वायु सेना, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और जिला प्रशासन की टीमें राहत कार्य में संलग्न हैं। सबसे पहले जरूरतमंदों को भोजन, दवाइयां और प्राथमिक चिकित्सा दी जा रही है। इसके बाद उन्हें सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जा रहा है।
बता दें कि बाजपुर चाडा चमोली के पास अवरूद्ध बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग को यातायात के लिए खोल दिया गया है। इस बात की जानकारी उत्तराखंड पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के माध्यम से साझा की।