क्या राहुल गांधी का ‘एटम बम’ वाला बयान वास्तव में आधारहीन है?

सारांश
Key Takeaways
- दिलीप जायसवाल ने राहुल गांधी के बयानों को आधारहीन बताया।
- एसआईआर प्रक्रिया पारदर्शी है और इसे शुद्धता के लिए लागू किया गया है।
- अमित शाह का मंदिर निर्माण ऐतिहासिक कार्य है।
पटना, २ अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के 'एटम बम' वाले बयान को आधारहीन बताया है। इसके साथ ही उन्होंने बिहार एसआईआर प्रक्रिया को भी पारदर्शी करार दिया।
राहुल गांधी के इस बयान पर दिलीप जायसवाल ने कहा कि कोई भी बयान देने से पहले स proof पेश करना जरूरी है।
शनिवार को राष्ट्र प्रेस से बातचीत के दौरान दिलीप जायसवाल ने स्पष्ट किया कि एसआईआर प्रक्रिया के तहत सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है कि मृत व्यक्तियों के नाम मतदाता सूची से हटाए जाने चाहिए। साथ ही, यदि किसी का नाम दो जगह दर्ज है, तो उसे एक जगह से हटाया जाना ही है। कोर्ट ने यह भी व्यवस्था दी है कि जिनके नाम गलती से कट गए, उन्हें दावा-आपत्ति दर्ज करने के लिए एक महीने का समय दिया गया है। जायसवाल ने आगे कहा कि राहुल गांधी का दावा कि उनके पास कोई सबूत है जिससे चुनाव आयोग की स्थिति प्रभावित होगी, बिना सबूत के आधारहीन है।
उन्होंने कहा कि एसआईआर प्रक्रिया पारदर्शी है और इसका उद्देश्य मतदाता सूची को शुद्ध करना है, ताकि मृत, दोहरे पंजीकरण, या गलत पते वाले मतदाताओं के नाम हटाए जा सकें। जायसवाल ने विपक्ष पर बेवजह हंगामा करने का आरोप लगाया और कहा कि यदि कोई वास्तविक समस्या है, तो उसे चुनाव आयोग के समक्ष उठाया जा सकता है।
दिलीप जायसवाल ने बताया कि ८ अगस्त को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सीतामढ़ी के पुनौरा धाम पहुंचेंगे, जहां वे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ माता सीता को समर्पित एक भव्य मंदिर का शिलान्यास करेंगे। यह मंदिर माता सीता के जन्मस्थान पर बनाया जाएगा, जिसे अयोध्या के राम मंदिर की तर्ज पर विकसित करने की योजना है। जायसवाल ने इसे ऐतिहासिक कार्य बताते हुए कहा कि यह परियोजना मिथिला क्षेत्र की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को और समृद्ध करेगी।