क्या दिल्ली के कालकाजी में मां और दो बेटों ने आत्महत्या की?
सारांश
Key Takeaways
- अवसाद एक गंभीर समस्या है।
- पुलिस ने डुप्लीकेट चाबी से दरवाजा खोला।
- घर का दृश्य भयावह था।
- तीनों शव सीलिंग फैन से लटके मिले।
- मामले की जांच जारी है।
नई दिल्ली, 12 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली के कालकाजी क्षेत्र में शुक्रवार को एक 52 वर्षीय महिला ने अपने दो बेटों के साथ आत्महत्या कर ली। यह घटना उस समय सामने आई जब कोर्ट के आदेश पर नोटिस देने गई पुलिस टीम ने फ्लैट का दरवाजा डुप्लीकेट चाबी से खोलकर अंदर प्रवेश किया।
जानकारी के अनुसार, घटना कालकाजी स्थित जी-70बी फ्लैट की है। यहां अनुराधा कपूर (52) और उनके दो बेटे आशीष कपूर (32) और चैतन्य कपूर (27) सीलिंग फैन से लटके हुए पाए गए। घर का दृश्य इतना भयानक था कि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी भी भयभीत हो गए।
साउथ-ईस्ट दिल्ली के डीसीपी हेमंत तिवारी ने बताया कि पुलिस का एक स्टाफ कोर्ट द्वारा जारी कब्जा आदेश के संबंध में नोटिस देने के लिए फ्लैट पहुंचा था। कई बार बेल बजाने और दरवाजे को खटखटाने के बावजूद जब कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, तो पुलिस ने डुप्लीकेट चाबी से दरवाजा खोला। अंदर आते ही तीनों के शव सीलिंग फैन से लटके मिले। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत पीसीआर को सूचना दी।
दिल्ली पुलिस की ओर से जारी प्रेस नोट के अनुसार, यह कॉल दोपहर लगभग 2:47 बजे कालकाजी थाने में आई थी। इसके बाद संबंधित टीम घटनास्थल पर पहुंची और जांच की प्रक्रिया शुरू की। मौके से मिले एक नोट में संकेत मिले हैं कि परिवार लंबे समय से अवसाद (डिप्रेशन) से जूझ रहा था। प्रारंभिक जांच में माना जा रहा है कि मानसिक तनाव और अवसाद ने उन्हें यह चरम कदम उठाने के लिए मजबूर किया।
पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में लेकर सेक्शन 194 बीएनएसएस के तहत आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए एम्स मोर्चरी भेज दिया है। फिलहाल मामले की विस्तृत जांच जारी है, जिसमें परिवार की आर्थिक स्थिति, मानसिक स्वास्थ्य और कोर्ट के आदेश से जुड़े पहलुओं की भी जांच की जा रही है।