क्या दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है?

सारांश
Key Takeaways
- यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है।
- निगम बोध घाट पर जलजमाव के कारण दाह-संस्कार प्रक्रिया रोकी गई है।
- बाढ़ नियंत्रण विभाग राहत कार्य में जुटा हुआ है।
- सुरक्षित स्थानों पर लोगों को पहुंचाया जा रहा है।
- बाढ़ के कारण यातायात प्रभावित हुआ है।
नई दिल्ली, 5 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बना हुआ है। शुक्रवार सुबह पुराने रेलवे ब्रिज पर यमुना का जलस्तर 207.31 मीटर दर्ज किया गया है।
दिल्ली सरकार के बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा जारी किए गए दैनिक बुलेटिन के अनुसार, शुक्रवार सुबह 8 बजे तक पुराने रेलवे ब्रिज पर यमुना का जलस्तर 207.31 मीटर है, जो चेतावनी स्तर (204.50 मीटर) और खतरे के निशान से काफी ऊपर है।
बुलेटिन में उल्लेख किया गया है कि 5 सितंबर 2025 को रात 8 बजे तक जलस्तर 207.15 मीटर तक पहुंचने और इसके बाद में कमी आने की संभावना है।
बाढ़ नियंत्रण विभाग के अनुसार, 5 सितंबर को सुबह 8 बजे तक पुराने रेलवे ब्रिज का जलस्तर 207.31 मीटर है। चेतावनी स्तर 204.50 मीटर है और खतरे का निशान 205.33 मीटर है। निकासी स्तर 206 मीटर है और अब तक का उच्चतम स्तर 208.66 मीटर (13 जुलाई 2023) रहा है।
ज्ञात हो कि हथिनीकुंड बैराज से 1,08,232 क्यूसेक जल की निकासी हुई है, जबकि वजीराबाद बैराज से 1,74,150 क्यूसेक जल की निकासी की गई है। ओखला बैराज से 2,44,478 क्यूसेक जल की निकासी हुई है। पुराने रेलवे ब्रिज पर जलस्तर शुक्रवार रात 8 बजे 207.15 मीटर तक पहुंचने की संभावना है, जिसके बाद इसमें कमी आने की उम्मीद है।
इसी बीच, यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण निगम बोध घाट पर जलजमाव हो गया है, जिसके चलते दाह-संस्कार की प्रक्रिया को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) पानी निकालने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रही है।
यमुना बाजार के रास्तों पर भारी जलजमाव के कारण वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है।
निगम बोध घाट पर काम करने वाले प्रमोद कुमार पाल ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में बताया कि घाट में पानी आने के कारण अंतिम संस्कार की प्रक्रिया को बंद कर दिया गया है। एमसीडी ने भी बाढ़ को लेकर आदेश जारी किया है और इसके चलते फिलहाल निगम बोध घाट को बंद कर दिया गया है।
स्थानीय निवासी ने कहा कि निगम बोध घाट से एमसीडी द्वारा जलनिकासी का काम तेजी से किया जा रहा है। बाढ़ के मद्देनजर अंतिम संस्कार को भी बंद कर दिया गया है। उम्मीद है कि शुक्रवार शाम तक पानी कम हो जाएगा।
यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण दिल्ली सचिवालय के पास डबल लाइन सड़क का एक हिस्सा पूरी तरह जलमग्न हो गया है। इंदिरा गांधी स्टेडियम के गेट नंबर 5 से स्टेडियम की ओर जाने वाली सड़क पर पानी भर गया है, जिससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
दिल्ली के बाढ़ प्रभावित इलाकों यमुना बाजार, मजनू का टीला, गीता कॉलोनी, मयूर विहार, और सिविल लाइंस से अब तक 12,000 से 14,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। यमुना खादर, मयूर विहार, और गीता कॉलोनी में राहत शिविर स्थापित किए गए हैं।